बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार हिमाचल प्रदेश की सियासी भागीदारी भी देखने को मिलेगी। कांग्रेस हाईकमान ने मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू को बिहार चुनाव के लिए पार्टी का स्टार प्रचारक नियुक्त किया है। मुख्यमंत्री सुक्खू नवंबर के पहले सप्ताह में बिहार दौरे पर जाएंगे, जहां वे कांग्रेस प्रत्याशियों के पक्ष में जनसभाएं और रोड शो करेंगे। कांग्रेस नेतृत्व को उम्मीद है कि हिमाचल के सीएम की छवि और संगठनात्मक अनुभव बिहार में पार्टी के प्रदर्शन को मजबूत करेंगे।
चुनाव प्रचार को बिहार जाएंगे सीएम सुक्खू सूत्रों के अनुसार, सुक्खू को विशेष रूप से उन इलाकों में प्रचार की जिम्मेदारी दी जाएगी, जहां उत्तर भारत से जुड़ी बड़ी आबादी है। मुख्यमंत्री दो से तीन दिन बिहार में रहेंगे और पटना, गया व भागलपुर जिलों में आयोजित सभाओं को संबोधित करेंगे। उनके भाषणों में लोकतंत्र की मजबूती, जनता से संवाद और अधिकारों की रक्षा जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। कांग्रेस इस अभियान के माध्यम से अपने “सुशासन और जनकल्याण मॉडल” को राष्ट्रीय स्तर पर पेश करना चाहती है। वहीं, भाजपा भी पीछे नहीं है।
हिमाचल से नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर को बिहार चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। वे नवंबर में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में बिहार के कई जिलों का दौरा करेंगे। जयराम ठाकुर कांग्रेस सरकार की नीतियों और राज्य के कामकाज पर सवाल उठाते हुए “डबल इंजन सरकार के विकास मॉडल” को जनता के बीच रखेंगे। पार्टी ने हिमाचल के कई सांसदों और विधायकों को भी इस अभियान में शामिल करने का फैसला लिया है। उधर, बिहार चुनाव में हिमाचल कैडर की अधिकारी सौम्या सांबसिवन को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वे पुलिस सेवा से जुड़ी डीआईजी हैं और इस बार उन्हें बिहार के नक्सल प्रभावित अरवल जिले में पुलिस ऑब्जर्वर बनाया गया है। सौम्या ने शुक्रवार को जिले का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था, स्ट्रांग रूम और चेक पोस्टों का निरीक्षण किया। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी और जनरल ऑब्जर्वर के साथ बैठक कर मतदाता जागरूकता कार्यक्रमों में भी भाग लिया। इसके अलावा, हिमाचल के अन्य अधिकारी—आईएएस रितेश चौहान, प्रियंका बासु, कदम संदीप बसंत और संदीप कुमार—भी चुनाव ड्यूटी पर बिहार भेजे गए हैं।
हिमाचल के राजनीतिक और प्रशासनिक प्रतिनिधियों की यह सक्रियता दिखाती है कि बिहार चुनाव में इस बार पहाड़ की भूमिका सिर्फ दर्शक की नहीं, बल्कि सक्रिय भागीदारी की होगी।

