छपरा। बिहार में प्रथम चरण के छह नवंबर को 121 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले चुनाव में सारण जिले की दो सीटों बनियापुर और परसा के विधायक अपना दल बदलकर चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं छपरा के विधायक बेटिकट कर दिए गए हैं तथा अमनौर सीट पर मंत्री कृष्ण कुमार मंटू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। बिहार के सारण जिले में दस विधानसभा सीटें एकमा, बनियापुर, मांझी, तरैया, मढ़ौरा, छपरा, गरखा (सुरक्षित), अमनौर, सोनपुर और परसा हैं।
इनमें से एकमा, बनियापुर, मढ़ौरा, गरखा (सुरक्षित), सोनपुर और परसा में राष्ट्रीय जनता दल, तरैया, छपरा और अमनौर में भारतीय जनता पार्टी तथा मांझी में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का कब्जा है। एकमा विधानसभा सीट से राजद ने विधायक श्रीकांत यादव को चुनावी अखाड़े में फिर से उतारा है, वहीं जनता दल यूनाइटेड ने यहां पूर्व बाहुबली विधायक मनोरंजन उर्फ धूमल सिंह पर भरोसा जताते हुए उन्हें पार्टी का प्रत्याशी बनाया है। वर्ष 2020 के चुनाव में राजद के श्रीकांत यादव ने धूमल सिंह की पत्नी जदयू उम्मीदवार सीता देवी को पराजित किया था।
इस सीट पर मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह ने दो बार जीत दर्ज की है। वह पांच बार विधायकी का दम दिखा चुके हैं और इस बार चुनावी सिक्सर मारने की कोशिश में हैं। एकमा में दस उम्मीदवार चुनावी रण में उतरे हैं। पूर्व विधायक स्वर्गीय अशोक सिंह की पत्नी चांदनी पर दांव: बनियापुर विधानसभा क्षेत्र से राजद के विधायक पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के भाई केदारनाथ सिंह इस बार दल बदल कर भाजपा के टिकट पर चुनावी अखाड़े में उतरे हैं, वहीं राजद ने पूर्व विधायक स्वर्गीय अशोक सिंह की पत्नी चांदनी देवी पर दांव लगाया है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव की पार्टी जन शक्ति जनता दल के टिकट पर लोकगायिका पुष्पा कुमारी चुनावी दंगल में उतरी है और मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास कर रही हैं। वर्ष 2020 के चुनाव में राजद के उम्मीदवार केदारनाथ सिंह ने विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) उम्मीदवार वीरेंद्र कुमार ओझा को पराजित किया था। इस सीट का सर्वाधिक छह बार पूर्व मंत्री उमा पांडेय ने प्रतिनिधित्व किया है। मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं। बनियापुर में आठ प्रत्याशी चुनावी रण में उतरे हैं।
मांझी सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला: मांझी विधानसभा क्षेत्र से माकपा के विधायक डॉ. सत्येन्द्र यादव फिर से चुनावी दंगल में अपना जोर आजमा रहे हैं, वहीं जदयू ने यहां पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र और पूर्व विधायक रणधीर कुमार सिंह को चुनावी दंगल में उतारा है। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने यहां चर्चित अधिवक्ता वाई.वी. गिरी को प्रत्याशी बनाया है, जो मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने में लगे हुए हैं। वर्ष 2020 में माकपा के डॉ. सत्येन्द्र यादव ने निर्दलीय राणा प्रताप सिंह को मात दी थी।
जदयू उम्मीदवार तत्कालीन महिला जिला अध्यक्ष माधवी कुमारी तीसरे नंबर पर रही थी। मांझी में 12 उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं।


