बिहार विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप ने तेजस्वी के खिलाफ प्रेम कुमार को उतारा

By Sabal SIngh Bhati - Editor

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में वैशाली जिले में 6 नवंबर को होने वाले चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सुप्रीमो लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव और छोटे पुत्र एवं महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी प्रसाद यादव की प्रतिष्ठा दांव पर है। वैशाली जिले में आठ विधानसभा क्षेत्र राघोपुर, महुआ, वैशाली, हाजीपुर, राजापाकड़ (सुरक्षित), पातेपुर (सुरक्षित), महनार और लालगंज हैं। हाजीपुर, लालगंज, और पातेपुर (सुरक्षित) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), वैशाली में जनता दल यूनाईटेड (जदयू), राघोपुर, महुआ और महनार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर कांग्रेस का कब्जा है।

बिहार में वैशाली जिले की हाईप्रोफाइल राघोपुर विधानसभा सीट पर राजद नेता तेजस्वी यादव और भाजपा नेता सतीश कुमार यादव के बीच तीसरी बार मुकाबला होगा। इस सीट पर तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव के खिलाफ जनशक्ति जनता दल से प्रेम कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है। इससे तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। 2015 में तेजस्वी यादव ने क्रिकेट की दुनिया छोड़कर इस सीट से जीत दर्ज की थी। उस समय जदयू के तत्कालीन विधायक सतीश कुमार यादव ने विद्रोह कर भाजपा का दामन थाम लिया था।

यादव ने 2015 के चुनाव में भाजपा के सतीश कुमार यादव को 22733 मतों के अंतर से हराया था। 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने दूसरी बार राघोपुर से अपनी किस्मत आजमायी। उनका मुकाबला भाजपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक सतीश कुमार यादव के साथ हुआ। तेजस्वी यादव ने सतीश कुमार यादव को 38174 मतों से हराकर राघोपुर सीट दूसरी बार अपने नाम की। राघोपुर सीट राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है। यहां लालू प्रसाद, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव जीतते आए हैं।

लालू प्रसाद यादव ने इस सीट से 1995 और 2000 में जीत हासिल की थी। इसके बाद उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने भी 2005 में हुए चुनावों में जीत दर्ज की। 2010 में इस सीट पर परंपरा टूटी, जब जदयू उम्मीदवार सतीश कुमार यादव ने राजद उम्मीदवार राबड़ी देवी को 13006 मतों के अंतर से हराया। राजनीतिक हलचलों के बीच राघोपुर की सीट फिर चर्चा में है। राघोपुर वही सीट है, जहां से तेजस्वी यादव दो बार विधानसभा चुनाव जीते और दोनों बार बिहार के उपमुख्यमंत्री बने। राघोपुर विधानसभा सीट पर 06 नवंबर को मतदान होना है।

लालू के गढ़ राघोपुर में कभी भाजपा का ‘कमल’ नहीं खिला है। देखना दिलचस्प होगा कि लालू परिवार की परंपरागत सीट पर भाजपा प्रत्याशी सतीश कुमार यादव दूसरी बार जीतते हैं या तेजस्वी यहां से हैट्रिक बनाते हैं। इस सीट पर 13 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं। हसनपुर के विधायक तेज प्रताप यादव इस बार के विधानसभा चुनाव में महुआ विधानसभा सीट पर फिर से अपनी किस्मत आजमाने के लिए तैयार हैं। तेज प्रताप यादव महुआ विधानसभा सीट से दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं।

2015 के विधानसभा चुनाव में तेज प्रताप ने राजद के टिकट पर महुआ विधानसभा से जीत हासिल की थी। इस चुनाव में राजद प्रत्याशी तेज प्रताप यादव ने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) उम्मीदवार रवीन्द्र राय को 28155 मतों के अंतर से हराया। इसके बाद वह नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनी महागठबंधन की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बने। 2020 के चुनाव में तेज प्रताप यादव ने महुआ सीट की जगह हसनपुर सीट से चुनाव लड़ा। इस बार महुआ से चुनावी मैदान में उतरकर तेज प्रताप अपने पुराने गढ़ को फिर से जीतने की कोशिश कर रहे हैं।

हालांकि, इस बार उनके सामने राजद उम्मीदवार और विधायक मुकेश रोशन के साथ राजग के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रत्याशी संजय कुमार सिंह भी हैं। इस सीट पर 15 उम्मीदवार चुनावी रण में हैं। हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र को भाजपा का अभेद किला माना जाता है। 2000 में भाजपा के नित्यानंद राय ने समाजवादियों के इस गढ़ में सेंध लगाई थी। पिछले 25 वर्षों से यहां से भाजपा की लगातार जीत होती रही है। इस बार भाजपा के अवधेश सिंह चुनावी मैदान में हैं, जबकि राजद ने देव कुमार चौरसिया को उनके मुकाबले में उतारा है।

इस सीट पर 12 उम्मीदवार चुनावी दंगल में हैं। महनार विधानसभा सीट से जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं, जबकि राजद ने रवीन्द्र कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इस बार के चुनाव में वीणा देवी बेटिकट हो गई हैं। लालगंज से भाजपा ने विधायक संजय कुमार सिंह को फिर से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, राजद ने पूर्व बाहुबली विधायक विजय कुमार शुक्ला की पुत्री शिवानी शुक्ला को मैदान में उतारा है। वैशाली विधानसभा क्षेत्र से जदयू ने विधायक सिद्धार्थ पटेल को प्रत्याशी बनाया है, जबकि राजद ने अजय कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है।

इस सीट पर 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। पातेपुर (सुरक्षित) विधानसभा सीट से भाजपा के विधायक लखेन्द्र कुमार रौशन दूसरी बार जीत की आस में हैं। इस सीट पर 10 उम्मीदवार चुनावी रणभूमि में किस्मत आजमा रहे हैं। राजापाकड़ (सु) सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री रामसुंदर दास की रिश्तेदार विधायक प्रतिमा कुमारी दास को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं।

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