पटना। बिहार विधानसभा चुनावों के परिणामों के बाद नई सरकार के गठन का कार्य अंतिम चरण में है और एनडीए गठबंधन हर संभव प्रयास कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, सीएम पद के लिए नीतीश कुमार का नाम फिर से सामने आ रहा है, लेकिन अभी तक इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। बैठकें इस मुद्दे पर संशय पैदा कर रही हैं, क्योंकि पहले सोमवार को बैठक होने वाली थी, लेकिन किसी कारणवश इसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद मंगलवार को बैठक होने पर सहमति बनी, लेकिन वह भी नहीं हो पाई।
वर्तमान सीएम नीतीश कुमार आज राज्यपाल आरिफ मोहम्मद को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और कल, यानी 20 नवंबर को बिहार को नया सीएम मिलेगा। इसी दिन गांधी मैदान में सीएम का शपथ ग्रहण समारोह भी होगा। भाजपा और जेडीयू ने नई कैबिनेट के लिए अपना फॉर्मूला तय कर लिया है। भाजपा ने अपने 8 मंत्रियों के नाम तय कर लिए हैं, जो बिहार कैबिनेट में मंत्री पद की शपथ लेंगे। इस सूची में रमा निषाद, रत्नेश कुशवाहा, श्रेयसी सिंह, त्रिविक्रम नारायण सिंह, गायत्री देवी, रोहित पांडेय, रजनीश कुमार और मनोज शर्मा शामिल हैं।
बिहार विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी को भाजपा विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुना गया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इन दोनों नेताओं को फिर से बिहार का डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक केशव प्रसाद मौर्य ने इस बात की पुष्टि की है। आज सुबह से सीएम आवास पर जदयू विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक चल रही है, जिसमें कैबिनेट को लेकर सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। इस बैठक में नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया है।
अब देखना यह होगा कि क्या नीतीश कुमार को बिहार की कमान फिर से मिलेगी या कोई नया सीएम बनेगा।


