जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चौथी कक्षा की किताब से मानगढ़ धाम के इतिहास को हटाने के मामले में आदिवासी समाज से माफी मांगनी चाहिए और इस समाज की वीरगाथाओं एवं मानगढ़ धाम के इतिहास को पुन: अविलंब पाठ्यक्रम में जोड़ना चाहिए। गहलोत ने आरोप लगाया कि जब से भाजपा सरकार में आई है, तब से आदिवासियों के योगदान को हर जगह कमतर दिखाने का प्रयास करती रही है।
आदिवासी अस्मिता को लेकर भाजपा की तुच्छ मानसिकता का यह परिचायक है कि चौथी कक्षा की किताब से मानगढ़ धाम के इतिहास को हटाने का काम किया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले शिक्षा की अलख जगाने वाली वीर कालीबाई का पाठ भी हटा दिया गया था। भाजपा ने ठान लिया है कि वह आदिवासियों का बलिदान, उनकी गाथाएं लोगों की स्मृतियों से हटा कर ही मानेगी, लेकिन आदिवासी समाज का बलिदान इतना कमजोर नहीं है कि उसे किताबों से हटा कर भुलाया जा सके।