बिहार में NDA की प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। जिसके बाद अब बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है। भाजपा ने आरा लोकसभा सीट से पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। आरके सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। आरके सिंह को क्यों किया निष्कासित? बता दें कि बीजेपी के दिग्गज नेता आरके सिंह ने NDA के ताकतवर नेताओं के खिलाफ प्रशांत किशोर के आरोपों का उन्होंने खुलकर समर्थन किया है।
उन्हें लगता है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य बीजेपी के ही कुछ नेताओं ने अंदरखाने पवन सिंह को समर्थन देकर उन्हें चुनाव हरवाया था। बाद में उन्होंने बिहार में शराबबंदी खत्म करने की वकालत की और 30 मई को रोहतास में पीएम मोदी की जनसभा से दूर रहे। हालांकि बीजेपी ने चुनाव के दौरान कोई कदम नहीं उठाया था ताकि यह मामला राजनीतिक विवाद न बने। लेकिन नतीजे आने के बाद पार्टी ने तुरंत पत्र जारी कर आर.के. सिंह को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया।
बीजेपी ने जारी किया पत्र भारतीय जनता पार्टी ने एक पत्र जारी किया है। जिसमें पार्टी ने लिखा कि आपकी गतिविधियां पार्टी के विरोध में हैं। ये अनुशासन के दायरा में आता है। पार्टी ने इसे गंभीरता से लिया है। इससे पार्टी को नुकसान हुआ है। पत्र में आगे लिखा गया कि, आपको पार्टी से निष्कासित करते हुए कारण पूछा जा रहा है कि आपको पार्टी से क्यों नहीं निष्कासित किया जाए? पत्र मिलने के एक सप्ताह के अंदर आप अपनी स्थिति स्पष्ट करें।


