जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर किसानों और आमजन से जुड़े मुद्दों पर गंभीरता नहीं दिखाने का आरोप लगाया है। उन्होंने प्रदेश में अतिवृष्टि के कारण बन रही विकट परिस्थितियों पर विधानसभा में चर्चा कराने की मांग की है। गहलोत ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट किया कि यह परंपरा रही है कि जब विधानसभा या संसद का सत्र चल रहा हो, तब यदि कोई विशेष परिस्थिति जैसे प्राकृतिक आपदा, अतिवृष्टि या अनावृष्टि की स्थिति बनती है, तो सरकार उस विषय पर बहस करवाती है।
इससे प्रदेशभर के विधायकों का फीडबैक सरकार के पास पहुंचता है और पूरी स्थिति सरकार के सामने आती है। लेकिन राजस्थान में सरकार इससे बचने के प्रयास कर रही है। सरकार नहीं चाहती कि हाउस में बहस हो और उसकी जवाबदेही तय हो। गहलोत ने चिंता व्यक्त करते हुए लिखा कि राजस्थान में अतिवृष्टि से एक दर्जन से अधिक जिलों में परिस्थितियां विकट बनी हुई हैं, लेकिन सरकार ने सदन में इस पर चर्चा कराने से इंकार कर दिया है और केवल बयान देकर इतिश्री करना चाहती है।
यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार किसानों और आमजन से जुड़े इस मुद्दे पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है।