जयपुर। अंता विधानसभा उपचुनाव को लेकर बीजेपी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। पार्टी के भीतर नाराज नेताओं को मनाने की कोशिशें जारी हैं। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि कई बार कार्यकर्ता या नेता भावावेश में नामांकन दाखिल कर देते हैं, लेकिन समय रहते अधिकांश मान जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी में अनुशासन सर्वोपरि है, और जो पार्टी की मर्यादा का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ संगठनात्मक कार्रवाई की जाएगी। राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री भैरों सिंह शेखावत को भी याद करते हुए कहा कि शेखावत ने पाली को बीजेपी का अभेद्य दुर्ग बनाया।
वे बाली से विधायक रहे और उस दौरान मैं पाली बीजेपी का जिला अध्यक्ष था। शेखावत के नेतृत्व में जिले की आठों सीटों पर कमल खिला और सांसद भी बीजेपी का बना। अंता उपचुनाव में बगावत की स्थिति को देखते हुए बीजेपी नेतृत्व अब डैमेज कंट्रोल में जुट गया है। पार्टी संगठन बागी नेताओं को मनाने और चुनाव में एकजुट होकर उतरने की रणनीति पर काम कर रहा है।


