बोराज तालाब की पाल टूटने से प्रभावित क्षेत्र में अफरा-तफरी

Kheem Singh Bhati

अजमेर। गुरुवार देर रात अजमेर के बोराज तालाब की पाल टूटने से शहर के कई हिस्सों में अफरा-तफरी मच गई। रात करीब सवा 11 बजे हुई इस घटना से स्वास्तिक नगर, भारत नगर, रावत नगर, ज्योति नगर और एसएस कॉलोनी सहित फायसागर रोड के इलाकों में करीब एक हजार घर पानी से भर गए। लोग अपने परिवार सहित छतों पर चढ़कर जान बचाने को मजबूर हो गए। पानी का बहाव इतना तेज था कि कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए। तालाब से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर फायसागर रोड तक पानी की धार बेकाबू हो गई।

सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ, नगर निगम, एडीए और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं। ट्रैक्टरों और अन्य साधनों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला गया। इस दौरान कई महिलाएं और युवतियां भयभीत होकर रो पड़ीं। जिला कलेक्टर लोक बंधु ने हालात का जायजा लेते हुए बताया कि कोई जनहानि नहीं हुई और स्थिति नियंत्रण में है। दरअसल, तालाब की पाल के मिट्टी कटाव के कारण टूटने की आशंका पहले ही जताई जा चुकी थी। इसी वजह से गुरुवार दिन में ही स्वास्तिक नगर के करीब 80 मकानों को खाली करा दिया गया था।

प्रभावित परिवारों को पास के सरकारी स्कूल में अस्थायी आश्रय स्थल में ठहराया गया, जहां रहने और खाने की व्यवस्था की गई। हाथीखेड़ा ग्राम पंचायत के सरपंच लालसिंह रावत के अनुसार शुक्रवार सुबह तक पानी का स्तर काफी हद तक कम हो गया है और स्थिति सामान्य हो रही है। नगर निगम और एडीए की टीमें मौके पर मौजूद हैं। स्वास्तिक नगर में अब भी पानी जमा है, जिसे मड पंप लगाकर निकाला जा रहा है। करीब 20 लोग अभी भी बोराज स्कूल में रुके हुए हैं, जबकि अन्य अपने परिचितों और रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं।

बाढ़ से कुछ इलाकों में जरूर राहत मिली है। सुबह-सुबह कई जगहों से पानी निकल गया, लेकिन घरों में पानी के साथ मिट्टी भी भर गई। कमरों में मोटी परत के रूप में मिट्टी जम जाने से लोगों को अतिरिक्त परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह दीवारें गिर गई हैं और मकानों को नुकसान पहुंचा है।

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