जयपुर, बगरू। पढ़ाई के सपनों के साथ घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर आई एक बेटी ने अचानक मौत को गले लगा लिया। दहमी कलां स्थित मणिपाल यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल के कमरा नंबर 1111 में सोमवार शाम बीटेक सैकंड ईयर की छात्रा सिओना चौधरी (20) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बिहार निवासी इस छात्रा के पिता का नाम शशिकांत है। उसकी मौत से पूरे परिसर में सन्नाटा पसर गया। घटना का समय और पुलिस की कार्रवाईसोमवार शाम करीब 6.30 बजे छात्रा का शव पंखे से लटका मिला।
सूचना मिलते ही एसीपी बगरू हेमेंद्र शर्मा और थानाधिकारी मोतीलाल शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। कमरे की तलाशी लेकर मोबाइल, लैपटॉप, डायरी और अन्य सामान जब्त किया गया। शव को एसएमएस अस्पताल मोर्चरी में रखवाया गया है। अधिकारियों के अनुसार पोस्टमार्टम परिजनों की मौजूदगी में ही कराया जाएगा। आत्महत्या की वजह पर सस्पेंसअब तक आत्महत्या की वजह सामने नहीं आई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर कर्मचारियों और विद्यार्थियों से पूछताछ शुरू कर दी है। छात्रा की निजी जिंदगी से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस की जांच के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा।
सहपाठी सदमे में, परिवार को सूचनासिओना की अचानक मौत से हॉस्टल की छात्राएं और सहपाठी गहरे सदमे में हैं। स्थानीय लोगों और छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन को छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। परिजनों को सूचना दे दी गई है, लेकिन पुलिस का कहना है कि अभी तक उनसे सीधी बातचीत नहीं हो पाई है। प्रशासन पर मामले को दबाने का आरोपघटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन और पुलिस ने परिसर को घेर लिया।
मीडिया कर्मियों को प्रवेश से रोक दिया गया और मामले की जानकारी फैलने से बचाने की कोशिश की गई। छात्रों और कर्मचारियों का आरोप है कि प्रशासन इस घटना को सामान्य दिखाने का प्रयास कर रहा है।


