चित्तौड़गढ़ जिले के राशमी उपखंड क्षेत्र में सोमी-उपरेडा मार्ग के बीच बनास नदी में मंगलवार देर रात एक कार बह गई। कार में एक ही परिवार के 9 लोग सवार थे। इस हादसे में चार लोगों की डूबने से मृत्यु हो गई, जबकि पांच लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। बहाव में डूबे चार में से तीन लोगों के शव निकाल लिए गए, लेकिन एक मासूम के शव की तलाश में सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीमें देर शाम तक जुटी रहीं। घटना का कारण गूगल मैप द्वारा बताए गए रास्ते पर चलना बताया गया है।
घटना के बाद कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, कलक्टर आलोक रंजन और जिला पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी भी मौके पर पहुंचे। जानकारी के अनुसार, भूपालसागर थाना क्षेत्र के कानाखेड़ा गांव के निवासी मदन (25), हितेश (16), लीला (18), नौ माह का काव्यांश, आयांश, चंदा (21), ममता (25), खुशी (04) और रूत्वी (06) मंगलवार को भीलवाड़ा जिले के सवाई भोज मंदिर में दर्शन कर कार से वापस लौट रहे थे, लेकिन देर रात रास्ता भटककर सोमी गांव पहुंच गए।
वहां ग्रामीणों ने उन्हें पुलिया की तरफ जाने से रोका और बताया कि मातृकुंडिया बांध के गेट खुलने के कारण बनास नदी में पानी का तेज बहाव है, लेकिन चालक ने उनकी बात अनसुनी कर गूगल मैप के बताए रास्ते पर चलना जारी रखा। लोकेशन ने उन्हें बनास नदी की कई सालों से बंद सोमी-उपरेडा पुलिया की ओर ले गई। पानी के बहाव के बीच चालक ने कार निकालने की कोशिश की, लेकिन वह उसमें बह गई। घटना की सूचना पर थाना अधिकारी देवेन्द्र देवल, एएसआई सुभाष आदि मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने कार में सवार मदन, हितेश, लीला, काव्यांश और आयांश को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन अंधेरा होने के कारण पानी में डूबे चार लोगों का रेस्क्यू शुरू नहीं हो सका। बुधवार सुबह सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू किया। स्थानीय युवाओं के सहयोग से चंदा, ममता और किशोरी खुशी के शव को बाहर निकाला गया, हालांकि रूत्वी का शव नहीं मिल पाया। राशमी हॉस्पीटल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।