देशभर में छठ पूजा का महापर्व धूमधाम से मनाया गया। लोक आस्था और सूर्य उपासना का यह पर्व अब संपन्न हो चुका है। उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई के घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली। इसी बीच गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ घाट, पटना के कंकड़बाग, नोएडा के कालिंदी कुंज तट, दीघा घाट पर भी श्रद्धालु अपने परिवारों के साथ नजर आए और छठ का महापर्व मनाया। महिलाओं ने ढोलक की थाप पर भक्ति के पारंपरिक गीत गाए और छठ घाटों पर बेदी को केले से पारंपरिक तौर पर सजाया गया।
छठ व्रतियों ने गंगा घाटों पर उगते सूरज की उपासना की और 36 घंटे का अपना निर्जला उपवास भी खत्म कर दिया। पटना के गंगा घाटों पर भी इस दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। सुबह 4:30 बजे से ही अटल पथ पर 1 किलोमीटर से ज्यादा लंबा जाम देखने को मिला। राजनीतिक रंग भी दिखाई दिया सबसे ज्यादा छठ महापर्व का उत्सव बिहार में मनाया जाता है। इस बार भी बिहार में सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिली। साथ ही राजनीतिक रंग भी दिखाई दिया।
विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक दलों के उम्मीदवार भी घाटों पर पहुंचे और छठ पर्व मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “भगवान सूर्य देव को प्रातःकालीन अर्घ्य के साथ आज महापर्व छठ का शुभ समापन हुआ है। चार दिवसीय इस अनुष्ठान के दौरान छठ पूजा की हमारी भव्य परंपरा के दिव्य दर्शन हुए हैं। मैं समस्त व्रती और श्रद्धालुओं सहित पावन पर्व का हिस्सा बनने वाले अपने सभी परिवारजनों का हृदय से अभिनंदन करता हूं।
छठी मैया की असीम कृपा से आप सभी का जीवन सदैव आलोकित रहे।” दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी छठ पूजा में शामिल होने पहुंचीं। उन्होंने कहा कि “छठी मैया का आशीर्वाद सभी भारतवासियों और दिल्ली पर बना रहे तथा हर वर्ष ऐसे ही भव्यता के साथ हम छठी मैया की पूजा-अर्चना कर सकें।
मेरे दिल्ली के लोग हमेशा सुख और समृद्धि में रहें, और ईश्वर तथा छठी मैया ने जो हमें दिल्ली की सेवा करने का मौका दिया है, इसी तरह जनता का आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहे।” रेखा गुप्ता छठ पूजा के आखिरी दिन उगते सूरज को अर्घ्य देने पहुंची थीं। मुख्यमंत्री की पूजा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। घाट पर ज्यादा भीड़ थी, लेकिन मुख्यमंत्री की मौजूदगी ने इस उत्सव को और भव्य बना दिया।

