छठ पूजा (Chhath Puja 2025) वो पर्व है जब आस्था का सागर उमड़ पड़ता है। चार दिनों तक चलने वाला यह महापर्व केवल व्रत का नहीं, बल्कि आत्मा और सूर्य देव के बीच की एक पवित्र कड़ी का प्रतीक है। खास बात यह है कि इसमें माताएं अपनी संतान की दीर्घायु और परिवार की खुशहाली के लिए तपस्या करती हैं। सांध्य अर्घ्य के समय अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा न केवल श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि यह धैर्य, त्याग और मातृत्व की सबसे सुंदर मिसाल भी है।
इस खास अवसर पर आप भी अपने अपनों को इन भावनात्मक संदेशों के साथ छठी मैया का आशीर्वाद भेज सकते हैं। छठ पूजा का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं बल्कि वैज्ञानिक भी है। यह सूर्य की उपासना के माध्यम से जीवन, ऊर्जा और स्वास्थ्य की कामना का उत्सव है। विशेष रूप से माताएं इस व्रत को संतान की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और परिवार की समृद्धि के लिए रखती हैं। डूबते सूर्य को अर्पण करने की परंपरा सांध्य अर्घ्य यानी डूबते सूर्य को जल अर्पित करने का समय सबसे भावनात्मक पल होता है।
इस क्षण में व्रती महिलाएं घाट पर खड़ी होकर सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं और मन ही मन छठी मैया से संतान की दीर्घायु की प्रार्थना करती हैं। कहा जाता है कि अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने का अर्थ है, हर कठिनाई के अंत में नई शुरुआत की कामना। यह व्रत मन, वाणी और शरीर की शुद्धि का प्रतीक है, जो व्यक्ति को आत्मिक बल प्रदान करता है। सांध्य अर्घ्य पर इन संदेशों से अपनों के लिए मांगें छठी मैया का आशीर्वाद।
आपको संध्या अर्घ्य की हार्दिक शुभकामनाएं, छठी मैया का आशीर्वाद सदा आपके और आपके परिवार पर बना रहे। सूर्य देव की किरणें आपके जीवन को उजाला दें, छठी मईया आपके घर में सुख-समृद्धि का संचार करें। संध्या अर्घ्य की हार्दिक शुभकामनाएं। संध्या अर्घ्य के पावन अवसर पर छठी मईया से यही प्रार्थना है, आपका जीवन खुशियों और शांति से भरा रहे। अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने का अर्थ है नई उम्मीद की शुरुआत। इस संध्या अर्घ्य पर आपके जीवन में भी नई रोशनी आए। छठ पूजा के इस शुभ अवसर पर सूर्य देव का आशीर्वाद सदा आपके साथ रहे।
आपको संध्या अर्घ्य की ढेरों शुभकामनाएं। मां छठ के आशीर्वाद से आपके घर में सुख, शांति और समृद्धि का वास हो। संध्या अर्घ्य की हार्दिक बधाई। छठी मईया की कृपा से आपके जीवन में हर अंधकार मिटे, और हर सुबह नई खुशियां लेकर आए। संध्या अर्घ्य की हार्दिक शुभकामनाएं। अर्घ्य के जल में झलकती आस्था की रोशनी, आपके जीवन को सदा प्रकाशित रखे। छठ पूजा के संध्या अर्घ्य की हार्दिक शुभकामनाएं। छठ पूजा पर क्यों चढ़ाया जाता है अर्घ्य? छठ पूजा में जल और सूर्य का विशेष महत्व है।
जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देने से शरीर की ऊर्जा संतुलित रहती है। वैज्ञानिक दृष्टि से यह शरीर की डिटॉक्स प्रक्रिया को सक्रिय करता है और मानसिक एकाग्रता बढ़ाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, छठी मैया सूर्य देव की बहन हैं और उनके माध्यम से संतान को स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यही कारण है कि छठ पूजा को संतान रक्षा पर्व भी कहा जाता है।


