छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों को एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। रविवार सुबह भेज्जी और चिंतागुफा थाना क्षेत्र के जंगली पहाड़ियों में कारीगुंडम इलाके में माओवादियों और सुरक्षाबलों के बीच एक गंभीर मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में 3 इनामी नक्सली मारे गए हैं। फिलहाल फायरिंग रुक गई है और इलाके में सर्च अभियान जारी है। जिन तीन नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है, उनमें कुख्यात जनमिलिशिया कमांडर और स्नाइपर स्पेशलिस्ट माड़वी देवा भी शामिल है। मुठभेड़ स्थल से 303 राइफल, बीजीएल (बैरल ग्रेनेड लांचर्स) और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया है।
तीनों नक्सलियों पर 5-5 लाख का इनाम था। बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि उन्हें क्षेत्र में माओवादी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी की सूचना मिली थी। दोनों ओर से काफी देर तक रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही, जिसके बाद मौके से दो महिलाओं समेत तीन नक्सलियों के शव बरामद किए गए। इस वर्ष छग में 262 नक्सली मारे गए हैं और लगभग 300 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। सुरक्षाबलों का अभियान लगातार जारी है। IG सुन्दरराज ने कहा कि यह माओवादी संगठन पर एक बड़ा प्रहार है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि माओवाद अब बस्तर में अपने अंतिम चरण में है।
माओवादी कैडरों के लिए हिंसा का मार्ग छोड़कर सरकार की पुनर्वास नीति अपनाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में इस महीने में एनकाउंटर की दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले 11 नवंबर को बीजापुर जिले के नेशनल पार्क में मुठभेड़ हुई थी, जिसमें 3 महिलाओं समेत 6 नक्सली मारे गए थे। मारे गए नक्सलियों पर कुल 27 लाख का इनाम था।


