लोकपर्व इगास (बूढ़ी दिवाली) के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को रुद्रप्रयाग जिले का दौरा किया। इस दौरान वे आपदा प्रभावित परिवारों के बीच पहुंचे और उनका कुशलक्षेम जाना। मुख्यमंत्री ने माताओं और बहनों से मुलाकात कर उन्हें फल एवं उपहार भेंट किए और सादगीपूर्ण माहौल में उनके साथ बैठकर भोजन भी साझा किया। इस दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक भरत सिंह चौधरी भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह क्षण उनके जीवन के लिए अत्यंत भावुक और प्रेरणादायक हैं।
उन्होंने कहा, “एक बेटे के रूप में माताओं से मिला आशीर्वाद और बहनों के अटूट विश्वास से भरी उम्मीदों ने मुझे नई ऊर्जा दी है। मैं उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास और जनता की सेवा के लिए आजीवन समर्पित रहूंगा।” मुख्यमंत्री ने कहा कि रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित परिवारों का दुख उनका अपना दुख है और उनके जीवन में मुस्कान लौटाना ही मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य है। सीएम धामी ने कहा कि राज्य की सेवा करते हुए उन्हें जो स्नेह, विश्वास और अपनापन जनता से मिलता है, वही उनकी सबसे बड़ी पूंजी और शक्ति है।
उन्होंने कहा कि माताओं-बहनों का आशीर्वाद और जनता का भरोसा ही उन्हें हर परिस्थिति में जनसेवा के लिए प्रेरित करता है। मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि आपदा प्रभावित परिवारों के पुनर्वास और राहत कार्यों में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रभावित क्षेत्रों के पुनर्निर्माण के लिए तेजी से काम कर रही है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित परिवारों को राहत राशि और जरूरी सहायता समय पर उपलब्ध कराई जाए।
साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों से आग्रह किया कि कठिनाइयों के बीच भी एक-दूसरे का सहयोग करें और राज्य के विकास में भागीदार बनें। लोकपर्व इगास पर मुख्यमंत्री धामी के इस दौरे ने आपदा प्रभावित परिवारों के चेहरों पर उम्मीद की मुस्कान ला दी। लोगों ने कहा कि मुख्यमंत्री का इस तरह घर-घर पहुंचना उनके संवेदनशील नेतृत्व और मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाता है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पारंपरिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनका यह gesture लंबे समय तक याद रखा जाएगा।

