पूर्वांचलवासियों का प्रमुख त्यौहार छठ पर्व अब पूरे देश में मनाया जाता है। जहां-जहां पूर्वांचल के लोग रहते हैं, वहां आस्था का सैलाब उमड़ जाता है। मध्य प्रदेश भी उन राज्यों में से एक है जहां बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग निवास करते हैं और छठ पर्व को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। चार दिवसीय पर्व के समापन के दिन, हजारों की संख्या में मध्य प्रदेश में व्रती महिलाओं ने भगवान भास्कर की पहली किरण को अर्घ्य देकर सुख, शांति, समृद्धि और संतानों के कल्याण की कामना की।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव उज्जैन में छठ पर्व के कार्यक्रम में शामिल हुए और उन्होंने भी भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा अर्चना की। मुख्यमंत्री ने छठ पर्व की बधाई देते हुए लिखा कि कुटुंब परंपरा का पावन पर्व छठ सभी का जीवन सुख व समृद्धि से परिपूर्ण करे। उन्होंने श्रद्धालुओं से विचार साझा करते हुए कहा कि छठी मैया के आशीर्वाद से सभी के जीवन में आनंद व संपन्नता का वास हो।
डॉ मोहन यादव ने कहा कि यह गंगा बेसिन का क्षेत्र है और यहाँ से क्षिप्रा, चंबल, यमुना और गंगा जी की धारा प्रवाहित होती है, जो मध्य प्रदेश और बिहार को समृद्ध करती है। उन्होंने उज्जैन में विक्रम सरोवर के पास मिथिलांचल घाट बनाने की घोषणा की, जिसे भव्य स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इंदौर में भी घाट बनाने की बात कही है और मध्य प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी घाटों की सुविधा बढ़ाई जाएगी।


