कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए अपने स्टार प्रचारकों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 40 नेताओं के नाम शामिल हैं। खास बात यह है कि राजस्थान के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और युवा नेता सचिन पायलट को फिर से प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों ही नेता पहले चरण में भी पार्टी के स्टार प्रचारक रहे थे और अब दूसरे चरण में भी प्रचार अभियान का हिस्सा होंगे।
दूसरे चरण के लिए कांग्रेस ने लिस्ट की जारी अशोक गहलोत को पार्टी के अनुभवी रणनीतिकार के रूप में जाना जाता है। चुनाव प्रचार की शुरुआत से पहले भी उन्होंने महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे पर सहमति बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। गहलोत की छवि एक भरोसेमंद और संगठन के भीतर सम्मानित नेता की रही है। बिहार में कांग्रेस नेतृत्व उम्मीद कर रहा है कि गहलोत अपने राजनीतिक अनुभव और नेटवर्क के जरिए गठबंधन को मजबूती देंगे। दूसरी ओर, सचिन पायलट कांग्रेस के उन नेताओं में हैं जिनकी लोकप्रियता युवा वर्ग में काफी अधिक है।
वे साफ-सुथरी छवि और जोशीले भाषणों के लिए जाने जाते हैं। कांग्रेस का मानना है कि बिहार में युवा मतदाता सरकार से असंतुष्ट हैं, और पायलट की मौजूदगी उस नाराज वोट बैंक को कांग्रेस के पक्ष में कर सकती है। पार्टी रणनीति के अनुसार, पायलट को खासतौर पर उन इलाकों में उतारा जाएगा जहां पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं की संख्या अधिक है। युवाओं का भरोसा जीतेंगे पायलट पायलट को लेकर कांग्रेस का मानना है कि वे पार्टी के प्रति युवाओं का भरोसा दोबारा जगा सकते हैं।
अपने अभियानों में वे बेरोजगारी, शिक्षा और रोजगार सृजन जैसे मुद्दे उठाते हैं। वहीं गहलोत का फोकस महंगाई, किसान कल्याण और गठबंधन की एकजुटता पर रहेगा। दोनों नेताओं की जोड़ी को संतुलित अनुभव और ऊर्जा के रूप में देखा जा रहा है, जो बिहार में कांग्रेस की मौजूदगी को प्रभावी बना सकती है। कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि आने वाले दिनों में दोनों नेता साझा रैलियां भी कर सकते हैं। पार्टी का लक्ष्य महागठबंधन के पक्ष में माहौल बनाना और विपक्षी गठबंधन पर हमलावर रुख बनाए रखना है।
दूसरे चरण के मतदान से पहले कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि संगठनात्मक एकजुटता और जनसंपर्क अभियानों के जरिए मतदाताओं को अपने पाले में किया जाए।


