कोटा की कॉलोनियों में मगरमच्छों का आतंक, लोग परेशान

Tina Chouhan

कोटा। कुन्हाड़ी और बोरखेड़ा क्षेत्र की कॉलोनियों के निवासी इन दिनों मगरमच्छों के आतंक से भयभीत हैं। इन इलाकों में कई खाली प्लॉट हैं, जिनमें 4 से 6 फीट तक बरसात का पानी भरा हुआ है। पानी की निकासी न होने के कारण ये प्लॉट मगरमच्छों का ठिकाना बन गए हैं। दिन में मगरमच्छ पानी से बाहर निकलकर धूप सेंकते हैं और रात में कॉलोनियों की सड़कों पर शिकार की तलाश में दौड़ते हैं। इस स्थिति के कारण लोग शाम होते ही अपने घरों में कैद हो जाते हैं।

बच्चों का खेलना और बुजुर्गों का टहलना भी बंद हो गया है। क्षेत्रवासियों ने वन विभाग से मगरमच्छों के रेस्क्यू की मांग की, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण वनकर्मी मदद नहीं कर पाए। पार्षद बलविंदर सिंह बिल्लू ने बताया कि वर्द्धमान कॉलोनी के आसपास कई खाली प्लॉट हैं, जिनमें 4 से 6 फीट पानी भरा हुआ है और मगरमच्छ छिपे हुए हैं। दोपहर में ये मगरमच्छ बाहर आते हैं और फिर पानी में लौट जाते हैं। रात में ये सड़कों पर दौड़ते हैं।

खराब रोड लाइटों के कारण कॉलोनी में अंधेरा रहता है, जिससे मगरमच्छों के घरों में घुसने और राहगीरों पर हमले का खतरा बना रहता है। पार्षद ने बताया कि खाली प्लॉटों में पानी निकालने के लिए एक बड़ा मड पम्प लगाया गया है, जो सुबह 10 से रात 8 बजे तक लगातार चलाया गया। जब तक पूरा पानी नहीं निकाला जाएगा, तब तक मगरमच्छों का रेस्क्यू संभव नहीं होगा। हाल ही में, डीसीएम क्षेत्र में एक 5 फीट लंबा मगरमच्छ पकड़ा गया, जिसे स्थानीय लोगों ने बोरखण्डी के नाले में छोड़ दिया।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लाडपुरा रेंजर इंद्रेश सिंह ने बताया कि टीम ने कैथून इलाके में एक मगरमच्छ पकड़ा है, लेकिन सूर्य नगर में मगरमच्छ आने की जानकारी नहीं है। पार्वती कॉलोनी में भी स्थिति चिंताजनक है, जहां 3 से 4 फीट पानी भरे प्लॉटों में मगरमच्छ पनप रहे हैं। स्थानीय निवासी अरबाज ने बताया कि उन्होंने रात में छत से टॉर्च लगाकर देखा तो एक बड़ा मगरमच्छ सड़क पर जाता नजर आया। देवली अरब, काला तालाब, नम्रता आवास सहित अन्य कॉलोनियों में भी मगरमच्छों के आने की घटनाएं हो रही हैं।

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