साइबर धोखाधड़ी से बचने के उपाय और चेतावनी

Tina Chouhan

जयपुर। साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन धोखाधड़ी का एक नया तरीका अपनाया है। अपराधी वाहन चालकों को गैर-सरकारी नंबरों से यातायात उल्लंघन ट्रैफिक चालान का फर्जी संदेश भेज रहे हैं। एडीजी वीके सिंह ने बताया कि ये संदेश तत्काल भुगतान का दबाव बनाते हैं। रटर में एक फर्जी लिंक दिया जाता है और जैसे ही कोई व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करके भुगतान करता है, उसके बैंक खाते से पैसे निकलने की संभावना बन जाती है। फर्जी वेबसाइटों की पहचान: डोमेन में छिपा है धोखा।

आमजन को इस धोखाधड़ी से बचाने के लिए साइबर पुलिस ने फर्जी वेबसाइटों की पहचान के तरीके बताए हैं। नकली वेबसाइटों का निर्माण सरकारी वेबसाइटों से मिलते-जुलते डोमेन नामों से किया जाता है। साइबर क्राइम विभाग ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी अनजान नंबर से आए एसएमएस के लिंक पर क्लिक न करें। किसी भी स्थिति में अपना बैंकिंग पासवर्ड, ओटीपी या अन्य व्यक्तिगत जानकारी किसी से भी साझा नहीं करें और न ही ऐसे संदेशों में दिए गए अनजान नंबरों पर कॉल करें।

तत्काल रिपोर्ट करें यदि आपके साथ ऐसी धोखाधड़ी होती है या आपको कोई संदिग्ध संदेश प्राप्त होता है तो तुरंत कार्रवाई करें। धोखाधड़ी की सूचना देने के लिए साइबर हेल्प लाइन नम्बर 1930 या साइबर हेल्प डेस्क नम्बर 9256001930-9257510100 पर संपर्क करें। इसके अतिरिक्त आप साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल या अपने निकटतम पुलिस स्टेशन साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराएं।

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