देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस की आवृत्ति बढ़ाने का सीएम धामी का प्रयास सफल

नई दिल्ली/देहरादून: उत्तराखंड में कुमाऊं और गढ़वाल क्षेत्रों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रेलवे ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेल मंत्रालय ने देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 15019/15020) की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह ट्रेन अब सप्ताह में एक दिन की बजाय तीन दिन चलेगी। यह फैसला मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लगातार प्रयासों के बाद लिया गया है। कुछ महीने पहले उन्होंने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर इस ट्रेन के फेरे बढ़ाने की मांग की थी, ताकि यात्रियों, विशेषकर कुमाऊं क्षेत्र के लोगों को सुविधा हो सके।

सीएम धामी को पत्र भेजकर दी जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक पत्र भेजकर इस फैसले की जानकारी दी। पत्र में बताया गया है कि देहरादून-टनकपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस को अब सप्ताह में तीन दिन संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस निर्णय से गढ़वाल की राजधानी देहरादून से कुमाऊं के सीमांत क्षेत्र टनकपुर तक का सफर अधिक सुगम हो जाएगा। मुख्यमंत्री धामी ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि यह निर्णय उत्तराखंड के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात है और इससे राज्य में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। कुमाऊं और गढ़वाल के बीच बढ़ेगा संपर्क देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस का संचालन बढ़ने से दोनों मंडलों के बीच संपर्क मजबूत होगा। इससे न केवल स्थानीय निवासियों, बल्कि छात्रों, व्यापारियों और पर्यटकों को भी बड़ा लाभ मिलेगा। माना जा रहा है कि बेहतर रेल कनेक्टिविटी से राज्य के पर्वतीय और सीमांत क्षेत्रों के विकास को नई गति मिलेगी।

“केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव जी का हृदय से धन्यवाद, जिन्होंने उत्तराखंडवासियों की मांग को स्वीकार करते हुए देहरादून-टनकपुर एक्सप्रेस की आवृत्ति बढ़ाने की स्वीकृति दी है। यह निर्णय सीमांत कुमाऊं क्षेत्र के नागरिकों, विद्यार्थियों, पर्यटकों और व्यवसायियों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।” — पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का संकल्प उत्तराखंड के हर क्षेत्र को बेहतर परिवहन सुविधाओं से जोड़ना है और यह कदम ‘विकसित उत्तराखंड’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal
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