दिल्ली के लाल किले में धमाके से जुड़ी आतंकी गतिविधियों का खुलासा

vikram singh Bhati

नई दिल्ली: लाल किला क्षेत्र में सोमवार शाम लगभग 7 बजे एक कार में हुए भयानक धमाके में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह विस्फोट सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक हुंडई i20 कार में हुआ। दिल्ली पुलिस ने इसे आतंकी हमला मानते हुए जांच शुरू कर दी है और मामले के तार हाल ही में भंडाफोड़ हुए एक ‘व्हाइट कॉलर’ आतंकी मॉड्यूल से जुड़े दिख रहे हैं।

धमाके के बाद पुलिस ने Unlawful Activities (Prevention) Act, Explosive Substances Act और BNS की विभिन्न धाराओं के तहत कोतवाली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है। एक बड़ी मल्टी-एजेंसी जांच चल रही है, जिसमें दिल्ली पुलिस के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस, NIA, NSG और IB जैसी कई एजेंसियां शामिल हैं। आतंकी मॉड्यूल से कनेक्शन और कार का मालिक जांच में यह चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि यह धमाका जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस द्वारा भंडाफोड़ किए गए ‘व्हाइट कॉलर’ आतंकी मॉड्यूल से जुड़ा है।

सूत्रों ने मंगलवार सुबह पुष्टि की कि जिस कार में विस्फोट हुआ, उसका मालिक दक्षिण कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला एक डॉक्टर था, जो इस मॉड्यूल का हिस्सा था। कार के मालिक की पहचान डॉक्टर उमर मोहम्मद के रूप में हुई है। सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के फरीदाबाद में मॉड्यूल के दो प्रमुख सदस्यों—डॉ. मुजम्मिल शकील और डॉ. आदिल राठेर—की गिरफ्तारी के बाद उमर घबरा गया और उसने लाल किले के पास कार में धमाका कर दिया।

CCTV फुटेज और जांच की दिशा दिल्ली पुलिस ने 100 से अधिक CCTV क्लिप हासिल की हैं, जिनमें संदिग्ध कार को पार्किंग क्षेत्र में आते-जाते देखा गया है। जांचकर्ता दरियागंज की ओर जाने वाले रास्ते पर गाड़ी की पूरी आवाजाही को ट्रैक करने के लिए आस-पास के टोल प्लाजा के फुटेज की भी जांच कर रहे हैं। पुलिस का मानना है कि हमलावर का निशाना मध्य दिल्ली का कोई भी इलाका हो सकता था। “एक धीमी गति से चल रहा वाहन लाल बत्ती पर रुका, उसी वाहन में विस्फोट हो गया।

विस्फोट के कारण आस-पास के वाहनों को भी नुकसान पहुंचा।” — सतीश गोलचा, पुलिस कमिश्नर जांच एजेंसियों का मानना है कि इस आतंकी हमले में बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। फरीदाबाद में छापेमारी के दौरान बरामद पदार्थ भी अमोनियम नाइट्रेट होने का संदेह है, जिसका इस्तेमाल बम बनाने में किया जा सकता है। फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद यह धमाका जम्मू-कश्मीर और हरियाणा पुलिस द्वारा फरीदाबाद में दो घरों से हजारों किलो संदिग्ध विस्फोटक और हथियार बरामद करने के कुछ ही घंटों बाद हुआ। ये दोनों घर डॉ.

मुजम्मिल शकील ने किराए पर लिए थे। इस संयुक्त अभियान में 2,900 किलोग्राम से अधिक बम बनाने की सामग्री जब्त की गई। यह ‘व्हाइट कॉलर’ आतंकी मॉड्यूल, जिसमें कट्टरपंथी पेशेवर शामिल हैं, पाकिस्तान और अन्य देशों में बैठे हैंडलरों द्वारा संचालित किया जा रहा था।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal