चार राज्यों में बारिश से बढ़ेंगी समस्याएं, अगले हफ्ते तक जारी रहेगा मौसम का मिजाज

By Sabal SIngh Bhati - Editor
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नई दिल्ली। देश के कम से कम 14 राज्यों में पिछले 24 घंटों के दौरान भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में हालात गंभीर हैं। नदियां-नाले उफान पर हैं। सड़कें टूटने और भूस्खलन के कारण आवाजाही बाधित हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, राजस्थान में अभी एक हफ्ते बारिश जारी रहने के आसार हैं। उत्तर प्रदेश में मंगलवार से मानसून की सक्रियता में कमी आ सकती है, पर मध्य प्रदेश, गुजरात, बिहार, असम, ओडिशा में पांच से सात दिनों तक भारी बारिश हो सकती है।

आज देहरादून समेत सात जिलों में होगी भारी बारिश। उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में मंगलवार को भी भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से देहरादून समेत टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिले के कुछ इलाकों में भारी से भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में भी बिजली चमकने और गर्जन के साथ तेज दौर की बारिश की संभावना है। आने वाले दिनों की बात करें 29 अगस्त तक प्रदेश में मौसम की यही स्थिति रहने के आसार हैं। यूपी में आज से सुस्त पड़ेगा मानसून।

उत्तर प्रदेश में बीते कई दिनों से मानसून की सक्रियता बनी रही। इसके असर से प्रदेश के तराई और दक्षिणी इलाकों में कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश देखने को मिली। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से यूपी में बादलों की सक्रियता घटेगी और अगले चार से पांच दिन प्रदेशभर में मानसूनी बारिश धीमी पड़ेगी। वहीं मंगलवार के लिए प्रदेश में कहीं भी भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं है। सोमवार को प्रदेश के पूर्वी और तराई के लगभग 30 जिलों में कहीं मध्यम तो कहीं भारी बारिश हुई। प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर आदि में अच्छी बरसात दर्ज की गई।

मौसम विभाग का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे एक और वेदर सिस्टम के असर से 31 अगस्त के आसपास यूपी में दोबारा मानसूनी बारिश लौटेगी। लद्दाख में बारिश से हालात बिगड़े, भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी। लद्दाख में लगातार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र लेह ने अगले 24 घंटों के लिए भारी से अति भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।

मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में लेह, ज़ांस्कर (पडुम), संकू-परकाचिक सहित कई इलाकों में मध्यम से तेज बारिश हो रही है, जबकि अन्य क्षेत्रों में आसमान बादलों से घिरा है। हिमाचल में चार श्रद्धालुओं की मौत के बाद मणिमहेश यात्रा रोकी। हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को ऊना, चंबा, कुल्लू, मंडी, कांगड़ा और बिलासपुर, सोलन, हमीरपुर में स्कूल बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। प्रदेश में जारी भारी बारिश के बीच रविवार और सोमवार को 47 पक्के और 98 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पंजाब के चार श्रद्धालुओं की मौत के बाद मणिमहेश की यात्रा अनिश्चितकाल के लिए रोक दी है। 2,000 से ज्यादा श्रद्धालु अभी बीच रास्ते में फंसे हैं। हालांकि, सभी सुरक्षित स्थानों पर हैं। हिमाचल में सोमवार को कांगड़ा, बिलासपुर, कुल्लू, हमीरपुर, मंडी, सिरमौर में भारी बारिश हुई। नूरपुर में बहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। बारिश-भूस्खलन के चलते मंडी-कुल्लू, मंडी-पठानकोट, और भरमौर-पठानकोट हाईवे समेत प्रदेश में 793 सड़कें बंद हैं। राजस्थान में त्राहिमाम। राजस्थान के अधिकांश जिलों में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया है।

कई जगह तो स्थिति इतनी भयावह हो गई कि मदद और राहत कार्य के लिए सेना को मोर्चा थामना पड़ा। आपतकालीन परिस्थितियों से निपटे के लिए वायु सेना ने अपना विमान तक तैनात कर दिया। इस दिनों कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और झालावाड़ जिलों में हालात सबसे ज्यादा गंभीर हैं। हाड़ौती क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के चलते जन-धन की भारी क्षति हुई है। कई गांव पूरी तरह जलमग्न हो गए हैं और कई जगहों का संपर्क कट गया है। राजस्थान में मानसून सीजन में वर्षा जनित हादसों में अब तक 91 लोगों की जान जा चुकी है।

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