जयपुर। लगातार बारिश के कारण कई क्षेत्रों में जलभराव और जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रभावित लोगों को समय पर आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के लिए फील्ड में रहने के निर्देश दिए। डॉ. सोनी के निर्देश के बाद नगर निगम जयपुर हेरिटेज, जयपुर ग्रेटर, जेडीए, नागरिक सुरक्षा और एसडीआरएफ जैसी सभी इकाइयों ने मिलकर प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई की और राहत पहुंचाने का कार्य मिशन मोड में किया।
उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि राहत एवं बचाव कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला कलक्टर के निर्देश के बाद उपखंड अधिकारी, तहसीलदार और राजस्व अधिकारी फील्ड में जाकर स्थिति का आकलन कर रहे हैं और मौके पर आवश्यक कदम उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रभावित परिवारों को राशन किट और फूड पैकेट वितरित किए गए हैं।
अतिवृष्टि से प्रभावित कोटखावदा क्षेत्र में अग्रिम आदेश तक अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी की विशेष तैनाती की गई है जिससे राहत कार्यों की गति और तेज हो सके। बारिश के कारण खराब हुई फसल का आंकलन करने के लिए गांव-गांव सर्वे भी कराया जा रहा है ताकि प्रभावित किसानों को जल्द राहत मिल सके। तीन दिन में नगर निगम जयपुर हेरिटेज को बाढ़ नियंत्रण केंद्रों और कार्यालयों पर कुल 330 शिकायतें प्राप्त हुईं।
जलभराव एवं मिट्टी कटाव रोकने के लिए 19,800 मिट्टी के कट्टों का उपयोग किया गया, 15 पंप लगाए गए, जबकि जवाहर नगर कच्ची बस्ती में तीन अतिरिक्त पंप स्थापित किए गए। इसके साथ ही 3,100 फीट सड़क मरम्मत और 180 नालों व मैनहोल पर कवर लगाए गए। विद्युत संबंधी 450 शिकायतों में से 280 का निस्तारण तत्काल किया गया। निगम ग्रेटर में कुल 339 शिकायतें एवं जेडीए में कुल 196 शिकायतें प्राप्त हुईं। इनका तत्काल निवारण किया जा रहा है।


