पथानामथिट्टा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 22 अक्टूबर को सबरीमाला भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगी। यह देश के किसी वर्तमान राष्ट्रपति की केरल के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर की दूसरी यात्रा होगी। मुर्मु की यह यात्रा मंडला-मकरविलक्कु तीर्थयात्रा सीजन से पहले हो रही है और मंदिर प्रशासन तथा पारदर्शिता पर नए सिरे से चर्चा के बीच प्रतीकात्मक महत्व रखती है। इससे पहले राष्ट्रपति वी वी गिरि ने अपने कार्यकाल के दौरान सबरीमाला का दौरा किया था। आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति 21 अक्टूबर को अपराह्न में भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान से तिरुवनंतपुरम पहुँचेंगी और राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी।
इसके बाद 22 अक्टूबर सुबह 9.25 बजे राजभवन से हेलीकॉप्टर द्वारा निलक्कल के लिए प्रस्थान कर सबरीमाला तीर्थयात्रा प्रारम्भ करेंगी। मुर्मु सड़क मार्ग से सबरीमाला तीर्थयात्रा मार्ग के आधार स्टेशन पम्पा तक जायेंगी। मरमथ कॉम्प्लेक्स में थोड़ी देर विश्राम के बाद राष्ट्रपति पम्पा नदी में एक अनुष्ठान स्नान कर सकती हैं जो अयप्पा भक्तों द्वारा किया जाने वाला एक पारंपरिक शुद्धिकरण अनुष्ठान है। इसके बाद वह मंदिर परिसर सन्निधानम की ओर चढ़ाई शुरू करने से पहले इरुमुदिक्केट्टू अनुष्ठान में भाग लेंगी। यह तीर्थयात्रियों द्वारा ले जाए जाने वाले पवित्र जुड़वां बंडल की तैयारी है।
मुर्मु लगभग 11.15 बजे ब्लू बुक प्रोटोकॉल के अनुसार सीमित सुरक्षा काफिले के साथ त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) गोरखा जीप में पम्पा से सन्निधानम जाएंगी। राष्ट्रपति का अपराह्न के आसपास भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा अर्चना करने का कार्यक्रम है। प्रार्थना के बाद, वह उसी मार्ग से नीचे उतरने से पहले सन्निधानम में देवस्वोम गेस्ट हाउस में भोजन और विश्राम करेंगी। श्रीमती मुर्मु दिन में 4.20 बजे तक तिरुवनंतपुरम वापस लौट सकती हैं। वह राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। मुर्मु के दौरे को लेकर बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
इसमें विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी), केरल पुलिस और केंद्रीय खुफिया एजेंसियां शामिल होंगी। त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड ने राष्ट्रपति के आरोहण की तैयारी के लिए पम्पा से सन्निधानम तक के मार्ग पर गोरखा जीप का ट्रायल रन करने के लिए उच्च न्यायालय से अनुमति मांगी है। राष्ट्रपति की यह यात्रा हाल ही में मंदिर में सोने की चोरी से जुड़े विवाद के बीच भी हो रही है, जिसमें कथित तौर पर देवस्वोम बोर्ड के अधिकारी शामिल हैं।
कई हिंदू संगठनों ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उनसे घटना के मद्देनजर मंदिर का दौरा करने का आग्रह किया था और विस्तृत जांच और त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड को भंग करने की मांग की थी। सुरक्षा प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में, टीडीबी ने 21 और 22 अक्टूबर को भक्तों के लिए वर्चुअल कतार बुकिंग को निलंबित कर दिया है। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर की गयी व्यवस्थाओं की पथानामथिट्टा की जिला कलेक्टर अनु कुमारी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समन्वय बैठक में समीक्षा की गयी।
शहर के पुलिस आयुक्त थॉमसन जोस, सब कलेक्टर अल्फ्रेड ओवी, एडीएम टीके विनीत और कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने रसद, यातायात नियंत्रण और सुरक्षा उपायों को अंतिम रूप देने के लिए बैठक में भाग लिया। मुर्मु 23 और 24 अक्टूबर को विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी और 24 अक्टूबर शाम 4:15 बजे वायुसेना के एक विशेष विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी।


