सिंगरौली। जिले की देवसर विधानसभा क्षेत्र से एक बेहद संवेदनशील और विचलित कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां 80 वर्षीय बिथुनी शाह को खाट पर ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना लगभग एक सप्ताह पुरानी बताई जा रही है लेकिन अब इस घटना ने प्रशासन और स्वास्थ्य सेवाओं की पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्राम चुरवाही निवासी वृद्धा बिथुनी शाह अचानक गंभीर रूप से बीमार हो गई थी। परिवार के सदस्यों ने तुरंत डायल-100 के माध्यम से एम्बुलेंस बुलाने का प्रयास किया।
परिजनों का आरोप है कि एम्बुलेंस करीब दो घंटे की देरी से पहुंची, जबकि इसी बीच मरीज की स्थिति गंभीर होती जा रही थी। मजबूरी में परिजनों ने वृद्धा को खाट पर उठाकर इलाज के लिए जिला चिकित्सालय की ओर रवाना हुए। वृद्ध महिला के पुत्र प्रदीप शाह ने बताया कि उन्हें अपनी मां को लगभग एक किलोमीटर तक खाट पर ले जाना पड़ा, क्योंकि उनके घर से मुख्य सड़क तक केवल एक कच्चा पगडंडी वाला मार्ग है, जिस पर कोई वाहन नहीं पहुंच सकता।
मुख्य मार्ग तक पहुंचने के बाद उन्होंने निजी वाहन की मदद से वृद्धा को जिला अस्पताल पहुंचाया। यह घटना न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों में एम्बुलेंस सेवाओं की दयनीय स्थिति को उजागर करती है बल्कि सिंगरौली जिले में सड़क और स्वास्थ्य ढांचे की खामियों पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न लगाती है। ग्रामीणों के अनुसार, गांवों में अब भी कई जगहों पर सड़कें न होने से मरीजों और गर्भवती महिलाओं को खाट, चारपाई या टट्टू पर ले जाने जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ता है।
फिलहाल राहत की बात यह है कि वृद्धा का जिला चिकित्सालय में उपचार किया गया और अब वह स्वस्थ होकर घर लौट चुकी हैं। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि संवेदनशील गांवों में सड़क निर्माण और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी जाए, ताकि भविष्य में किसी भी मरीज या परिवार को ऐसी यातनापूर्ण परिस्थिति का सामना न करना पड़े।


