नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया है कि वह कई वर्षों से वोट चोरी की साजिश में शामिल होकर भाजपा की सहायता कर रहा है और उसे यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या आयोग भाजपा का बैक ऑफिस बन गया है। खड़गे ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में चुनाव आयोग पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या चुनाव आयोग वोट चोरी के लिए भाजपा का बैक-ऑफिस बन गया है।
उन्होंने कुछ पुराने उदाहरण देते हुए कहा कि मई 2023 के कर्नाटक चुनाव से पहले कांग्रेस ने अलंद निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाने का खुलासा किया और बताया कि इस सीट पर फॉर्म 7 के आवेदनों में साजिश कर हजारों मतदाताओं के अधिकार छीन लिए गए। इसके बाद एक मामला दर्ज किया गया और इसकी जांच में 5,994 जाली आवेदनों का पता चला। यह वोट चोरी के बड़े प्रयास का एक स्पष्ट प्रमाण है। इसके बाद कांग्रेस सरकार ने दोषियों को पकड़ने के लिए सीआईडी जांच का आदेश दिया।
खड़गे ने इस प्रक्रिया में चुनाव आयोग को घेरते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने पहले जालसाजी का पता लगाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों का एक हिस्सा साझा किया था, लेकिन अब उसने महत्वपूर्ण जानकारी छुपा दी है और वोट चोरी के पीछे के लोगों को प्रभावी तरीके से बचा रहा है। आयोग ने अचानक महत्वपूर्ण सबूत क्यों रोक दिए? यह किसे बचा रहा है? भाजपा के वोट चोरी विभाग को। क्या चुनाव आयोग भाजपा के दबाव में सीआईडी जांच को पटरी से उतार रहा है?
उन्होंने कहा कि देश के हर नागरिक के मतदान के अधिकार की रक्षा होनी चाहिए। भारतीय लोकतंत्र की रक्षा होनी चाहिए।


