जयपुर। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने विधानसभा के मानसून सत्र में प्रस्तावित धर्मान्तरण विरोधी विधेयक को पारित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि धर्मान्तरण करने वाला व्यक्ति एससी या एसटी वर्ग से है, तो धर्म बदलने पर उसका आरक्षण भी समाप्त होना चाहिए। विधानसभा में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मैंने कैबिनेट की बैठक में विधेयक पर चर्चा के दौरान यह राय दी है। उन्होंने बताया कि आदिवासी इलाकों में एसटी वर्ग का धर्मान्तरण होता है। उनका कहना है कि यदि वे धर्म बदलते हैं, तो उनका आरक्षण समाप्त होना चाहिए।
क्योंकि आरक्षण और विदेशी सहायता लेने के लिए धर्म परिवर्तन का लाभ उन्हें नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार कड़ा कानून लाने जा रही है। बिल को संशोधित किया जा रहा है, जिसमें सजा उम्रकैद तक की जा रही है। साथ ही, नियम विरुद्ध धर्मान्तरण पर जुर्माना दस लाख की जगह पचास लाख रुपए तक होगा। एसआई भर्ती को लेकर कोर्ट के फैसले के बाद उन्होंने कहा कि एसआई भर्ती दोबारा होनी चाहिए। सत्ता-संगठन इस पर फैसला करे।
सुप्रीम कोर्ट का भी फैसला है कि यदि परीक्षा में एक भी व्यक्ति गलत तरीके से चयनित हो जाता है, तो पूरी परीक्षा रद्द हो जाती है। यह सही है कि कड़ी मेहनत से जो एसआई बने हैं, उनका समय खराब हुआ है, लेकिन कोर्ट के आदेश पर वे भी कुछ नहीं कर सकते।