दिनभर की भागदौड़, थकान, तनाव और स्क्रीन के सामने घंटों बिताने के बाद हमारा शरीर जितना आराम चाहता है, उतनी ही राहत उसे पैरों से मिलती है। अगर पैरों को सुकून मिले तो पूरा शरीर हल्का महसूस करने लगता है। यही वजह है कि जापान में सदियों से अपनाई जा रही एक बेहद आसान लेकिन असरदार तकनीक गर्म पानी में पैर भिगोना अब दुनिया भर में मशहूर हो रही है। रोजाना सिर्फ 15 मिनट तक गर्म पानी में पैर डुबोकर बैठना आपके शरीर और मन दोनों के लिए किसी थेरेपी से कम नहीं है।
स्ट्रेस अब आम बात हो गई है। काम का दबाव, नींद की कमी और दिमाग में लगातार चलती भाग-दौड़ हमें थका देती है। दिन खत्म होने पर अगर आप अपने पैरों को 15 मिनट के लिए गुनगुने पानी में डुबो लें, तो शरीर की मांसपेशियां और नसें रिलैक्स हो जाती हैं। गर्म पानी से निकलने वाली भाप शरीर को शांत करती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दिमाग को सुकून मिलता है। इसे नेचुरल स्लीप थेरेपी कहा जाता है। सोने से पहले यह करने पर नींद गहरी आती है और इनसोमनिया जैसी समस्या से राहत मिलती है।
हमारे पैर शरीर के निचले हिस्से में हैं, जिससे ब्लड फ्लो अक्सर वहां कम पहुंचता है। गर्म पानी में पैर डालने से नसें फैलती हैं और रक्त प्रवाह बढ़ जाता है। इससे ऑक्सीजन और पोषक तत्व पूरे शरीर में सही ढंग से पहुंचते हैं। नियमित रूप से ऐसा करने से दिल की कार्यक्षमता में सुधार होता है और शरीर का एनर्जी लेवल बढ़ता है। यह उपाय सिरदर्द या माइग्रेन की शिकायत के लिए वरदान साबित हो सकता है। जब पैर गर्म पानी में भिगोए जाते हैं, तो शरीर की गर्मी सिर से नीचे की ओर खिंचने लगती है।
इससे सिर का प्रेशर कम होता है और दर्द में आराम मिलता है। यह तरीका खासकर उन लोगों के लिए असरदार है, जिन्हें ठंड या तनाव से सिरदर्द होता है। पूरे दिन खड़े रहना, लगातार चलना या ऊची एड़ी के जूते पहनना पैरों पर असर डालता है। ऐसे में गर्म पानी में पैर भिगोना एक नेचुरल मसाज की तरह काम करता है। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और थकान तथा सूजन दूर करता है। पानी में कुछ बूंदें लैवेंडर या पुदीने का एसेंशियल ऑयल डालने से सुगंध और सुकून मिलता है।
सर्दियों में या ठंडे माहौल में रहने से शरीर का तापमान गिर जाता है। ऐसे में पैरों को गर्म पानी में डुबोना शरीर को भीतर से गर्म रखता है। यह नेचुरल हीट थेरेपी नाक के ब्लॉकेज को खोलती है और साइनस प्रेशर को कम करती है। इसे रात को सोने से पहले करने पर शरीर में हल्कापन और आराम महसूस होता है। यह उपाय आराम देने के साथ-साथ पैरों की सुंदरता भी बढ़ाता है। गर्म पानी त्वचा के पोर्स खोल देता है, जिससे गंदगी, पसीना और बैक्टीरिया निकल जाते हैं।
अगर इसमें थोड़ा-सा एप्सम सॉल्ट या नींबू का रस मिला लिया जाए, तो पैरों की दुर्गंध, फंगल इन्फेक्शन और एड़ियों का फटना दूर हो जाता है। नियमित रूप से करने से पैरों की त्वचा मुलायम और साफ बनी रहती है। एक टब या बाल्टी में गुनगुना पानी भरें। ध्यान रखें कि पानी बहुत गर्म न हो। इसमें एक मुट्ठी एप्सम सॉल्ट या कुछ बूंदें एसेंशियल ऑयल डालें। अब अपने पैर इसमें 15 मिनट तक डुबोकर बैठें, आंखें बंद करें और गहरी सांस लें। इसके बाद पैरों को साफ तौलिए से पोंछ लें। चाहें तो हल्का मॉइस्चराइजर लगा लें।

