फर्जी दस्तावेजों से 20 साल नौकरी करने वाली शिक्षिका का मामला

Tina Chouhan

राजखेड़ा। पुलिस ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेजों के आधार पर 20 वर्ष तक शिक्षिका की नौकरी करने और लाखों रुपए का वेतन लेने के आरोप में एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया है। आरोपी मोनी देवी, जो वार्ड 21, रोहाई मोहल्ला राजाखेड़ा धौलपुर की निवासी है, वर्तमान में आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र में रह रही थी। थानाधिकारी रामकिशन यादव ने बताया कि 24 फरवरी 2025 को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजाखेड़ा ने तहरीर दी कि मोनी देवी ने गांधी स्मारक इंटर कॉलेज जैंगारा आगरा से कक्षा 10वीं और 12वीं के फर्जी अंक तालिका और प्रमाण पत्र बनवाए।

इन दस्तावेजों के आधार पर उसने 2005 में विधवा कोटे में तृतीय श्रेणी शिक्षक के पद पर नौकरी हासिल कर 20 साल तक सरकार से वेतन प्राप्त किया। जांच में पाया गया कि मोनी के पति सोवरन सिंह ने 1994 और 1996 में फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए थे। सोवरन की 2001 में मृत्यु के बाद मोनी ने इन दस्तावेजों का उपयोग कर नौकरी प्राप्त की। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद मेरठ से सत्यापन के बाद दस्तावेज फर्जी पाए गए।

Share This Article