जयपुर। भर्ती परीक्षा में डमी अभ्यर्थी बैठवाकर सरकारी नौकरी पाने वाला फरार आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। एटीएस एवं एसओजी की संयुक्त कार्रवाई में 5000 रुपए के इनामी अरुण कुमार मीणा (26) पुत्र हनुमान प्रसाद मीणा, निवासी गांव लसाड़िया, पोस्ट पचाला, तहसील उनियारा, थाना अलीगढ़, जिला टोंक को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित वरिष्ठ अध्यापक (द्वितीय श्रेणी) प्रतियोगी परीक्षा-2022 में फर्जीवाड़ा किया था। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, एटीएस एवं एसओजी वी.के.
सिंह ने बताया कि 24 दिसंबर 2022 को आयोजित वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) द्वितीय श्रेणी प्रतियोगी परीक्षा के सामान्य ज्ञान एवं शैक्षिक मनोविज्ञान विषय का पेपर लीक होने पर निरस्त कर दिया गया था। बाद में यह परीक्षा 29 जनवरी 2023 को पुनः कराई गई। आरोपी अरुण कुमार मीणा (रोल नंबर 2373432) का विज्ञान विषय का परीक्षा केंद्र 24 दिसंबर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, कोठी, महात्मा गांधी खेल मैदान टोंक था तथा 29 जनवरी को सामान्य ज्ञान एवं शैक्षिक मनोविज्ञान विषय की परीक्षा का केंद्र राजकीय बालिका महाविद्यालय, गुलजार बाग, टोंक था।
जांच में सामने आया कि दोनों ही परीक्षाओं में मूल अभ्यर्थी अरुण कुमार मीणा की जगह डमी परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ होने के बाद आरोपी फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी पर एटीएस एवं एसओजी ने 5000 रुपए का इनाम घोषित किया था। लंबे समय से आरोपी की तलाश की जा रही थी और रविवार को एसओजी टीम ने उसे दबोच लिया। अनुसंधान अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसओजी प्रकाश कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी से पूछताछ की जा रही है। डमी परीक्षार्थियों और अन्य सहयोगियों की संलिप्तता का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ में इस फर्जीवाड़े से जुड़े और बड़े नाम भी सामने आएंगे।