जयपुर। मुख्य सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में सोमवार को सचिवालय में राज्य स्तरीय पंच गौरव समिति की पहली बैठक आयोजित हुई। बैठक में पंच गौरव कार्यक्रम की प्रगति, जिला स्तरीय कार्ययोजनाओं और नोडल विभागों के प्रस्तावों की समीक्षा की गई। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य, जिला व उपखण्ड स्तर पर समितियाँ सक्रिय रहकर नियमित समीक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि योजनाओं को समयबद्ध कार्ययोजना के अनुसार लागू किया जाए तथा पंचायत स्तर तक विशेष अभियान चलाकर अधिकतम लाभार्थियों तक पहुँचाया जाए। साथ ही बजट उपयोग की पारदर्शी मॉनिटरिंग पर जोर दिया।
निदेशक, योजना विनेश सिंघवी ने बताया कि पंच गौरव कार्यक्रम को राज्य सरकार ने फ्लैगशिप योजना घोषित किया है। बैठक में 406 करोड़ की कार्ययोजनाओं पर विचार, 86.18 करोड़ का बजट जिलों को आवंटित करने तथा 100 करोड़ के प्राविधिक बजट के पुनर्विनियोजन पर निर्णय लिए गए। इसके अलावा संभागीय जिलों को 50 लाख और अन्य जिलों को 25 लाख अनटाइड फंड देने पर सहमति बनी। उल्लेखनीय है कि 17 दिसम्बर 2024 को शुरू हुए पंच गौरव कार्यक्रम के लिए वर्ष 2025-26 में 550 करोड़ का प्रावधान है।
इसका उद्देश्य प्रत्येक जिले की विशिष्ट पहचान स्थापित कर स्थानीय संसाधनों को प्रोत्साहन देना और रोजगार व आत्मनिर्भरता बढ़ाना है。