राजस्थान में बाढ़ की स्थिति, तीन लोगों की मौत

Kheem Singh Bhati

जयपुर। राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, जयपुर सहित कई जिलों में पिछले तीन दिन से रुक-रुक कर मूसलधार बारिश हो रही है। राजधानी जयपुर में 24 घंटे से जारी बरसात के कारण प्रमुख इलाके जलमग्न हो गए हैं। कई सड़कों पर ट्रैफिक ठप है और दोपहिया वाहन पानी में डूब गए हैं।

हीरापुरा, भांकरोटा और सीकर रोड जैसे क्षेत्रों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।कोटा जिले के सुल्तानपुर में शनिवार रात मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई, जबकि उसका पति गंभीर रूप से घायल हुआ है। हादसे के समय परिवार अपने घर में सो रहा था। डीडवाना के कोलिया गांव में भी मकान की दीवार गिरने से दो बाल मजदूरों की दबकर मौत हो गई।

वहीं, उदयपुर के महाराणा भूपाल सिंह अस्पताल और एमबी हॉस्पिटल की नई ओपीडी तक में पानी भर गया, जिससे मरीजों और स्टाफ को भारी दिक्कत हुई।हाड़ौती क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सेना और एयरफोर्स को राहत व बचाव कार्यों में लगाया गया है। एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर Mi-17 भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। धौलपुर में चंबल नदी खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बह रही है, जिससे नदी किनारे के गांवों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।सवाई माधोपुर जिले में भारी बारिश के चलते कई गांवों का संपर्क कट गया है।

छोटी दुब्बी क्षेत्र में जलभराव और भूस्खलन के कारण मकानों को खतरा पैदा हो गया है। वहीं पांचोलास क्षेत्र में पुलिया बह जाने से आसपास की बस्तियां पूरी तरह अलग-थलग हो गई हैं। प्रदेश के अन्य जिलों में भी हालात चिंताजनक हैं। सीकर के फतेहपुर में निचले इलाकों में तीन फीट तक पानी भर गया और बस स्टैंड जलमग्न हो गया। अजमेर में नला बाजार बहाव की चपेट में आ गया, जबकि दौसा के बांदीकुई स्थित ऐतिहासिक चांद बावड़ी में वर्षों बाद झरने बह निकले।

नागौर, करौली और शेखावाटी क्षेत्र में भी झमाझम बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ।बीते दो दिन में कई स्थानों पर भारी वर्षा दर्ज की गई। दौसा में 130 मिमी, सवाई माधोपुर के गंगापुर सिटी में 115 मिमी, चौथ का बरवाड़ा और वजीरपुर में 102-102 मिमी, टोंक के मालपुरा में 110 मिमी, अजमेर के सावर में 105 मिमी, जयपुर जिले के चौमूं में 102 मिमी और दूदू में 93 मिमी बारिश हुई। नागौर के मेड़ता सिटी में 82 मिमी और करौली के सपोटरा में 115 मिमी पानी बरसने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई।

तेज बारिश के चलते कई बांधों के गेट भी खोलने पड़े। करौली के पांचना बांध से 17,496 क्यूसेक, बीसलपुर बांध से 72,120 क्यूसेक, ईसरदा से 14,780 क्यूसेक, कालीसिंध से 8,161 क्यूसेक और कोटा बैराज से 12,344 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जयपुर के गोविंदगढ़ में अंडरपास डूब गया और विकास नगर क्षेत्र में जयपुर-रींगस अंडरपास की दीवार टूटने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया।

ढोंढसर-नाडियावाली मार्ग पर मात्र तीन महीने पहले बनी सड़क पानी के तेज बहाव में बह गई, जिससे ग्रामीणों ने निर्माण में अनियमितताओं और विभागीय लापरवाही पर सवाल उठाए हैं।मौसम विभाग के अनुसार, मध्यप्रदेश-राजस्थान सीमा पर सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब पूर्वी राजस्थान और दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर खिसक गया है। मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर, चूरू, ग्वालियर, सतना और डालटनगंज से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।

इसी कारण प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है और अगले 24 घंटे तक कई जिलों में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।दौसा में 285 मिमी रिकॉर्ड बारिशमौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार पिछले 24 घंटों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी से अत्यंत भारी बारिश दर्ज की गई है। सर्वाधिक 285 मिमी वर्षा दौसा में रिकॉर्ड की गई। आज 24 अगस्त को भी जयपुर, भरतपुर संभाग, शेखावाटी क्षेत्र के अलावा बीकानेर व अजमेर संभाग के कुछ भागों में भारी से अतिभारी बारिश होने की प्रबल संभावना है।

आगामी तीन से चार दिन तक राज्य में कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश का दौर जारी रह सकता है।

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