नई दिल्ली, 25 अप्रैल ()| हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस नेता उदित राज उन नेताओं में शामिल थे, जो मंगलवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों को समर्थन देने के लिए जंतर-मंतर पहुंचे थे।
बजरंग पुनिया, विनेश फोगट और साक्षी मलिक सहित शीर्ष भारतीय पहलवानों ने कथित तौर पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने के लिए रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध किया है।
वे मांग कर रहे हैं कि सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।
पत्रकारों से बात करते हुए हुड्डा ने कहा, “इन पहलवानों ने देश को गौरवान्वित किया है। उन्हें आज स्टेडियम में होना चाहिए था, और देश को गौरवान्वित करने के लिए वहां अभ्यास करना चाहिए था, उन्हें आज जंतर-मंतर पर बैठने के लिए मजबूर क्यों किया जा रहा है? यह एक गंभीर सवाल है।” और उनके द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच होनी चाहिए और उन्हें न्याय मिलना चाहिए।”
इससे पहले डब्ल्यूएफआई के सूत्रों ने बताया कि बृजभूषण शाम को प्रेस कांफ्रेंस कर सकते हैं। लेकिन जब ने डब्ल्यूएफआई कार्यालय का दौरा किया तो वहां कोई मौजूद नहीं था।
सूत्रों ने बताया कि बृजभूषण कार्यालय में मौजूद थे, हालांकि उन्होंने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया।
सोमवार को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के उप महानिदेशक शिव शर्मा और प्रदर्शनकारी पहलवानों के बीच हुई बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला क्योंकि पहलवान अधिकारी के जवाब से संतुष्ट नहीं थे।
30 मिनट की इस बैठक में विनेश और अन्य प्रतिनिधियों ने भाग लिया। हालांकि बातचीत के दौरान बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने खुद को अलग रखा।
पत्रकारों से बात करते हुए शिव शर्मा ने कहा, “मैं यहां उनसे बात करने आया था। मैं सरकार को आगे संदेश दूंगा। मुझे उम्मीद है कि सब कुछ जल्द ही सुलझ जाएगा।”
सीएस/बीएसके