करन से लेकर ब्रूक तक, अपेक्षाओं के बोझ से महंगे खिलाड़ियों का प्रदर्शन प्रभावित

Jaswant singh
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नई दिल्ली, 21 मई ()। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फ्रेंचाइजी हर बार विदेशी खिलाड़ियों से जिताने वाले प्रदर्शन की उम्मीद में उन पर काफी पैसा खर्च करते हैं। लेकिन साल दर साल यह साबित हो गया है कि ये महंगे क्रिकेटर अपने ऊंचे प्राइस टैग के बोझ तले टूट जाते हैं और धन वर्षा करने वाले इस लीग में प्रदर्शन करने में असफल होते हैं।

खिलाड़ियों के लिए प्रति निष्पक्षता बरतते हुए नीलामी का रास्ता अपनाया गया है जिसमें उनकी कीमत अक्सर मांग एवं आपूर्ति के अनुसार तय होती है। किसी खिलाड़ी को कितनी कीमत मिलेगी इस पर उसका कोई नियंत्रण नहीं होता। उसे सिर्फ अपना बेस प्राइस (न्यूनतम कीमत) तय करने का अधिकार होता है।

एक बार जब नीलामी प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद आदर्श स्थिति में इन पेशेवरों को वास्तविकता को स्वीकार कर अपने फ्रेंचाइजी के लिए मैच जिताने वाले प्रदर्शन पर फोकस करना चाहिए। लेकिन आईपीएल के इतिहास देखें तो ज्यादातर मौकों पर महंगे बिकने वाले खिलाड़ी अक्सर अपेक्षाओं के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं। आईपीएल 2023 सीजन में भी वही कहानी दोहराई गई।

आईपीएल फ्रेंचाइजी ने सैम करन, कैमरन ग्रीन, बेन स्टोक्स, हैरी ब्रूक और मयंक अग्रवाल जैसे खिलाड़ियों पर काफी पैसा खर्च किया लेकिन उनका प्रदर्शन सामान्य रहा है।

सैम करन 18.50 करोड़ रुपये (पंजाब किंग्स)

सैम करन, जिन्हें पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) ने साइन किया था, 2023 की नीलामी के दौरान आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी थे। वह टी20 विश्व कप 2022 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट थे। फाइनल में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी मिला था जहां इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हराया था। इन उपलब्धियों के बाद आईपीएल नीलामी में वह आकर्षण का केंद्र थे।

लिहाजा पंजाब को करन से काफी उम्मीदें थीं। इंग्लैंड के इस ऑलराउंडरने भी सीजन के पहले हाफ में अच्छा प्रदर्शन किया। यहां तक कि उन्होंने नियमित कप्तान शिखर धवन की अनुपस्थिति में टीम का नेतृत्व भी किया और महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। हालांकि, दूसरे हाफ में उनका प्रदर्शन, विशेषकर गेंदबाजी में, सुस्त पड़ गया।

आईपीएल 2023 के 14 मैचों में करन ने 27.60 की औसत और 135.96 की स्ट्राइक रेट से 276 रन बनाए। गेंदबाजी में वह सिर्फ 10 विकेट लेने में सफल रहे।

कैमरन ग्रीन 17.50 करोड़ रुपये (मुंबई इंडियंस)

ग्रीन को आईपीएल 2023 की नीलामी में मुंबई इंडियंस (एमआई) ने साइन किया। वह इस सीजन के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। इस 23 वर्षीय क्रिकेटर ने नवंबर 2022 में भारत के खिलाफ दो अर्धशतक – 30 गेंदों पर 61 रन और 21 गेंदों पर 52 रन – बनाए थे, जिससे आईपीएल फ्रेंचाइजी उनके पीछे पागल हो गईं।

इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी के प्रदर्शन में लगातार उतार-चढ़ाव बना रहा। हालांकि उसे पूरी तरह से जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि मुंबई इंडियंस ने अपने बल्लेबाजी क्रम के साथ बहुत ज्यादा प्रयोग किए हैं।

ग्रीन ने 13 मैचों में 281 रन बनाए और सिर्फ छह विकेट लिए, जो उनकी प्रतिभा के अनुरूप नहीं है।

बेन स्टोक्स – 16.25 करोड़ रुपये (चेन्नई सुपर किंग्स)

एक और बड़ा नाम जो उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका, इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान स्टोक्स का है। कोई यह तर्क दे सकता है कि चोटिल होने से पहले उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के लिए सिर्फ दो मैच खेले थे। लेकिन उन दो मैचों में भी उन्होंने मात्र 15 रन बनाए और केवल एक गेंद फेंकी।

हालांकि वह टूर्नामेंट के बाद के हिस्से में फिट हो गए, लेकिन स्टोक्स को सीएसके प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली। वह शनिवार को हुए टीम के आखिरी लीग मैच के बाद आयरलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की टेस्ट टीम में शामिल होंगे और प्लेऑफ के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे।

हैरी ब्रूक – 13.25 करोड़ रुपये (सनराइजर्स हैदराबाद)

इंग्लैंड के लिए उनके बल्ले की चमक को देखते हुए सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) प्रबंधन को ब्रूक से काफी उम्मीदें थीं। उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मैच के दौरान 55 गेंदों में आईपीएल 2023 का पहला शतक भी लगाया, जिसमें 12 चौके और तीन छक्के शामिल थे।

लेकिन उस प्रदर्शन के बाद वह बुरी तरह विफल रहे। टीम प्रबंधन ने बल्लेबाजी क्रम में उन्हें अलग-अलग जगहों पर उतारा, लेकिन फिर भी कोई सफलता नहीं मिली, जिसके कारण उन्हें अंतिम एकादश से बाहर होना पड़ा।

एसआरएच के लिए 10 मैचों में ब्रुक ने 23.75 की औसत और 124.18 के स्ट्राइक रेट के साथ सिर्फ 190 रन बनाए। यह देखना दिलचस्प होगा कि एसआरएच उन्हें अगले साल रिटेन करता है या नहीं।

मयंक अग्रवाल – 8.25 करोड़ रुपये (सनराइजर्स हैदराबाद)

पिछले सीजन के बाद पंजाब किंग्स की कप्तानी गंवाने वाले मयंक के पास आईपीएल में एक बार फिर खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका था। लेकिन उन्होंने बल्ले से अपने निराशाजनक प्रदर्शन से एसआरएच प्रबंधन सहित सभी को निराश किया।

हैरी ब्रूक की तरह, मयंक को भी अलग-अलग बल्लेबाजी क्रम पर आजमाया गया लेकिन उनका बल्ला नहीं चला और अंतत: उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया।

अग्रवाल ने नौ मैचों में 20.78 की औसत और 114.02 की स्ट्राइक रेट से 187 रन बनाए और वह इस सीजन को जल्द से जल्द भूल जाना चाहेंगे। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज को अगले साल नई फ्रेंचाइजी ढूंढ़नी पड़ सकती है।

एकेजे

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