बाड़मेर। भूलवश तारबंदी पार कर पाकिस्तान गए गेमराराम मेघवाल की 28 माह बाद आज होगी गेमराराम की वतन वापसी, वाघा बॉर्डर से आज गेमराराम आएगा भारत, 5 नवंबर 2020 को गलती से तारबंदी पार कर गया था गेमराराम।
24 जनवरी 2021 से पाकिस्तान की हैदराबाद जेल में बंद था गेमराराम, गेमराराम की वतन वापसी को लेकर केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व सासंद कर्नल मानवेंद्रसिंह सहित कई जनप्रतिनिधियों ने लिखा था पत्र, गेमराराम के खिलाफ बाड़मेर में हो रखा है पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज, कुछ महीने पहले ही गेमराराम के पिता की भी हुई थी मौत।
28 माह पहले गेमराराम अपनी प्रेमिका से मिलने रात मे उसके गया था, जहां लोगों ने उसे देख लिया। पकड़े जाने और बदनामी के डर से वह भागकर भारत-पाकिस्तान सीमा लांघ गया था।
गेमराराम मेघवाल 4 नवंबर 2020 को सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया था। उसका गांव सज्जन का पार भारत-पाक सीमा से महज दो किलोमीटर पहले स्थित है। गेमराराम के परिवार ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद पुलिस और बीएसएफ ने उसकी तलाश शुरू की तो पता चला कि वो पाकिस्तान की जेल में है।
गेमराराम मेघवाल को छह महीने की सुनाई गई थी सजा
इस बीच गेमराराम को 21 अगस्त 2021 को पाकिस्तान में कराची दक्षिण के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अदालत ने छह महीने की सजा सुनाई। अदालत ने निर्देश दिया कि सजा पूरी होने के बाद ही उसे भारत भेजा जाएगा।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने जताई खुशी
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने बड़ी खुशखबरी देते हुए बाड़मेर के लोगों को बधाई देकर बताया कि गेमराराम को आज भारत-पाकिस्तान की वाघा बॉर्डर पर लाकर भारतीय अधिकारियों को सुपुर्द किया जाएगा। यह बाड़मेर जैसलमेर के आमजन के लिए सुखद समाचार है।