ऑफिस लंच के लिए कांच के टिफिन का करें चुनाव

vikram singh Bhati

ऑफिस जाने वालों के लिए सुबह की भागदौड़ का सबसे अहम हिस्सा लंच बॉक्स तैयार करना होता है। अक्सर हम सोचते हैं कि क्या बनाएं, ताकि पेट भरे और स्वाद भी बना रहे, लेकिन शायद ही कभी इस पर ध्यान देते हैं कि खाना किसमें पैक किया जा रहा है। ज्यादातर लोग प्लास्टिक के टिफिन में लंच ले जाते हैं, जो हल्के और सस्ते तो लगते हैं, लेकिन सेहत के लिए धीरे-धीरे जहर साबित हो सकते हैं। यह शरीर के स्वास्थ्य को बिगाड़ देता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप अपने शरीर की सच में परवाह करते हैं, तो अब वक्त है कि आप प्लास्टिक से दूरी बनाकर कांच के टिफिन की ओर रुख करें। आज के आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे कि क्यों कांच का लंच बॉक्स न सिर्फ सेहत के लिए बेहतर विकल्प है, बल्कि यह पर्यावरण को भी सुरक्षित रखता है। कांच का सबसे बड़ा फायदा यही है कि यह आपके खाने का असली स्वाद बरकरार रखता है।

प्लास्टिक कंटेनर में अक्सर खाने की गंध और मसालों की खुशबू समा जाती है, जिससे अगले दिन उसमें रखे खाने का फ्लेवर बिगड़ जाता है। वहीं, कांच ऐसा नहीं करता चाहे आप दाल-चावल रखें या पास्ता, सब कुछ वैसा ही स्वादिष्ट रहता है जैसा सुबह बनाया था। कई रिसर्च में साबित हुआ है कि गर्म खाना प्लास्टिक के संपर्क में आने से बीपीए जैसे हानिकारक रसायन छोड़ सकता है। ये तत्व शरीर के हार्मोनल संतुलन को बिगाड़ सकते हैं और लंबे समय में कैंसर जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

वहीं, कांच एक नॉन-टॉक्सिक पदार्थ है, यानी यह किसी भी तापमान पर कोई रासायनिक बदलाव नहीं करता। इसका मतलब है कि आपका खाना पूरी तरह सुरक्षित और पौष्टिक रहता है। ऑफिस में कई बार हमें खाना गर्म करने की जरूरत पड़ती है। ऐसे में प्लास्टिक टिफिन को माइक्रोवेव में रखना सही नहीं होता। लेकिन कांच का टिफिन इस मामले में सबसे आगे है, इसे माइक्रोवेव और ओवन में इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही यह तापमान के उतार-चढ़ाव को भी आसानी से सह लेता है।

ऐसे में गर्म करने के लिए खाना निकालकर दूसरे बर्तन में डालने की झंझट नहीं रहेगी। प्लास्टिक के टिफिन पर तेल या ग्रेवी के दाग जम जाते हैं और कई बार बदबू भी आने लगती है, जबकि कांच के बर्तन साफ करना बेहद आसान है। बस थोड़ा सा डिशवॉश लिक्विड और पानी और टिफिन फिर से चमक उठता है। सही देखभाल से यह सालों तक नया जैसा बना रहता है। कांच का टिफिन न केवल सेहत की रक्षा करने के साथ-साथ प्रकृति के प्रति भी जिम्मेदारी होता है।

ग्लास 100% रीसाइक्लेबल होता है, यानी इसे दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकता है, जबकि प्लास्टिक धरती और समुद्र दोनों को प्रदूषित करता है। इसलिए कांच का टिफिन चुनना एक इको-फ्रेंडली फैसला है। आजकल बाजार में मिलने वाले कांच के टिफिन न सिर्फ मजबूत होते हैं, बल्कि देखने में भी बेहद आकर्षक होते हैं। पारदर्शी डिजाइन के कारण इनमें रखा खाना साफ दिखता है, और यह आपके ऑफिस लंच को एक प्रीमियम लुक देता है। कई ब्रांड अब टेम्पर्ड ग्लास वाले टिफिन पेश कर रहे हैं, जो गिरने पर भी आसानी से नहीं टूटते।

हाई-क्वालिटी टेम्पर्ड ग्लास ही चुनें, ताकि यह ज्यादा समय तक चले। एयरटाइट ढक्कन वाला टिफिन लें, ताकि खाना लंबे समय तक ताजा बना रहे। लीक-प्रूफ डिजाइन जरूरी है, ताकि बैग में सॉस या ग्रेवी न फैले। डिशवॉशर और माइक्रोवेव सेफ होना चाहिए, ताकि रोजाना इस्तेमाल आसान बने। अपने खाने की मात्रा के अनुसार सही साइज चुनें।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal