पणजी, 7 फरवरी ()। पुरातत्व राज्य मंत्री सुभाष फलदेसाई ने मंगलवार को कहा कि उनका विभाग गोवा में पुर्तगालियों द्वारा नष्ट किए गए मंदिरों के दावों की जांच कर रहा है और एक बार पुष्टि हो जाने के बाद, उनका जीर्णोद्धार या पुनर्निर्माण किया जाएगा।
देसाई ने पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, उत्तरी गोवा के नरवे-बिचोलिम में सप्तकोटेश्वर का ऐसा ही एक मंदिर 11 फरवरी को फिर से खोल दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, इसका ऐतिहासिक महत्व है। मंदिर में कवि कलाएं हैं, जिन्हें हमने इसके जीर्णोद्धार के दौरान संरक्षित रखा है। सप्तकोटेश्वर मंदिर का इतिहास 350 साल पुराना है। इस मंदिर के जीर्णोद्धार का काम 2019 में शुरू हुआ था।
गोवा सरकार ने 2022 में पुर्तगालियों द्वारा ध्वस्त किए गए मंदिरों को बहाल करने के लिए 20 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान किया था। इस योजना के बारे में बोलते देसाई ने कहा कि इस योजना में मंदिरों के बारे में उल्लेख किया गया था, लेकिन अगर इसके अलावा अन्य दावे आते हैं तो सरकार उन पर फैसला करेगी।
उन्होंने कहा कि योजना केवल मंदिरों के लिए है, लेकिन अगर कोई अन्य दावा आता है, तो हम उस पर चर्चा करेंगे। हमें मस्जिद का एक दावा मिला है, जिस पर हम फैसला करेंगे। मंत्री ने कहा कि 23 जनवरी को दावों का अध्ययन करने के लिए नियुक्त एक समिति ने उन पर काम करना शुरू कर दिया।
समिति के सदस्य साइटों पर जाकर और ग्रामीणों से बात करके विवरण की जांच कर रहे हैं। एक बार यह पुष्टि हो जाने के बाद कि पुर्तगालियों द्वारा एक मंदिर को नष्ट कर दिया गया था, बहाली का काम शुरू हो जाएगा। हम इसे निष्पक्ष तरीके से करना चाहते हैं।
देसाई ने कहा कि समिति को एक महीने का समय दिया गया है, लेकिन निष्पक्ष जांच के लिए सरकार डेडलाइन बढ़ा सकती है। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल गोवा में तमाम पुरातात्विक अवशेषों का सर्वे चल रहा है।
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