Kendra Trikon Rajyog 2025 : ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु माना जाता है। यह सौभाग्य, सुख, संतान, विवाह और ज्ञान का कारक है। गुरु धनु और मीन राशि का स्वामी है। गुरु हर 13 महीने में अपनी चाल बदलते हैं। वर्तमान में देवगुरु बृहस्पति उच्च कर्क राशि में हैं और 11 नवंबर को कर्क में वक्री हुए हैं, जिससे हंस राजयोग के साथ केन्द्र त्रिकोण राजयोग बना है, जिसका प्रभाव 5 दिसंबर तक रहेगा। इसके बाद गुरु मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। यह विश्लेषण चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है।
आइए जानते हैं कि गुरु के कर्क राशि में वक्री होने के साथ बना केन्द्र त्रिकोण राजयोग किन राशि के जातकों के लिए शुभ होगा। केन्द्र त्रिकोण राजयोग 2025: राशियों पर प्रभाव कर्क राशि पर प्रभाव : केन्द्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए फलदायी साबित हो सकता है। करियर में अच्छी तरक्की मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए समय शुभ रहेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। नौकरीपेशा को पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। विवाहितों का दांपत्य जीवन खुशनुमा रहेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। मान-सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है। धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
अविवाहितों के लिए विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। विरोधियों पर विजय प्राप्त करने में सफल होंगे। विवाद या तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, ऐसे में धैर्य बनाए रखें। मेष राशि का प्रभाव : केन्द्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए वरदान साबित हो सकता है। छात्रों के लिए समय अनुकूल रहेगा। आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। परिवार और भाग्य का साथ मिलेगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। शादीशुदा का वैवाहिक जीवन खुशनुमा रहेगा। कारोबार में धनलाभ के साथ कोई बड़ी डील मिल सकती है। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं।
संपत्ति से जुड़ा कोई बड़ा सौदा हो सकता है। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। मिथुन राशि का प्रभाव : केन्द्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है। छात्रों और करियर के लिए समय उत्तम रहेगा। नौकरी में नए अवसर मिल सकते हैं। शादीशुदा का वैवाहिक जीवन खुशनुमा रहेगा। कारोबार में धनलाभ के साथ कोई बड़ी डील मिल सकती है। आकस्मिक धनलाभ हो सकता है। लंबे समय से रुके काम पूरे हो सकते हैं। आत्मविश्वास में वृद्धि के साथ आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
कुंडली में कब बनता है केन्द्र त्रिकोण राजयोग ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में जब 3 केंद्र भाव जैसे 4, 7, 10 और 3 त्रिकोण भाव जैसे 1, 5, 9 आपस में युति, दृष्टि संबंध या राशि परिवर्तन करते हैं, तब केंद्र त्रिकोण राजयोग बनता है। यह राजयोग जातक के लिए भाग्यशाली माना जाता है। इस योग से धन, समृद्धि, यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। यह राजयोग उन राशियों के लिए बहुत शुभ रहेगा, जिनकी कुंडली में शुक्र ग्रह केंद्र और त्रिकोण भाव में युति करता है।


