जयपुर। गोपाष्टमी के अवसर पर शहर में श्रद्धा और उत्साह का माहौल रहा। विभिन्न मंदिरों, घरों और गौशालाओं में गायों का विशेष पूजन किया गया। गोविंद देव जी मंदिर में विधि-विधान से गौपूजन और आरती संपन्न हुई। श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर में गौसेवा और दान का पुण्य अर्जित किया। शहर की प्रमुख गौशालाओं, सांगानेर स्थित श्री पिंजरापोल, दुर्गापुरा, हिंगोनिया, ढहर के बालाजी, खोले के हनुमानजी, हाथोज और बगरू में भक्तों की भीड़ रही। सुबह प्रभात फेरी के साथ कार्यक्रमों की शुरुआत हुई।
विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों ने हरिनाम संकीर्तन करते हुए गायों को हरा चारा, गुड़, दलिया, फल-सब्जियां और औषधीय लड्डू खिलाए। गौभक्तों ने बड़ी संख्या में गौ सवा मणि और गौ छप्पन भोग के आयोजन किए। हिंगोनिया गौशाला में विशेष सजावट के बीच गौमाता का पूजन किया गया। दिनभर भक्ति, सेवा और सद्भाव का वातावरण बना रहा। शहरभर में गोपाष्टमी पर्व पर गायों के प्रति आस्था और सेवा की अनूठी मिसाल देखने को मिली।
गोपाष्टमी पर गोविंद देव जी मंदिर में हुआ गायों का पूजन : गोपाष्टमी के पावन अवसर पर जयपुर के प्रसिद्ध गोविंद देव जी मंदिर में श्रद्धापूर्वक गायों का पूजन किया गया। सुबह से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच गौमाता की आरती उतारी और उन्हें हरा चारा, गुड़ व दलिया खिलाया। भक्तों ने गौसेवा का संकल्प लेते हुए दान भी किया। मंदिर परिसर में भक्ति संगीत और हरिनाम संकीर्तन से वातावरण भक्तिमय हो गया। गोपाष्टमी पर्व पर गायों के प्रति श्रद्धा और सेवा भावना का सुंदर उदाहरण देखने को मिला।


