गोपाष्टमी पर मुख्यमंत्री ने गौ पूजा कर प्रदेश की समृद्धि की कामना की

vikram singh Bhati

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गोपाष्टमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री निवास पर पत्नी के साथ विधिवत गौ पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने गौ सेवा को भारतीय संस्कृति की आत्मा बताते हुए प्रदेश की सुख, समृद्धि और जन-जन के कल्याण की मंगलकामना की।

मुख्यमंत्री ने पूजा के बाद सोशल मीडिया पर संदेश साझा करते हुए लिखा, “सर्वसुखदायिनी गौ माता की आराधना के पावन पर्व गोपाष्टमी पर मुख्यमंत्री निवास पर सपत्नीक गौ माता के विधिवत दर्शन-पूजन कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और जन-जन के कल्याण की प्रार्थना की।” मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गौमाता का स्थान सर्वोच्च है। हमारी परंपरा में गौ सेवा केवल धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि जीवन मूल्यों और करुणा की अभिव्यक्ति है। उन्होंने सभी से अपील की कि गोपाष्टमी जैसे अवसरों पर गौसेवा का संकल्प लें और समाज में संवेदना और पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाएं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आज मांग्यावास गोशाला भी जाएंगे। वहां वे परंपरागत रूप से गौ पूजा करेंगे और गोशाला में चल रहे गौसेवा कार्यों का अवलोकन करेंगे। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधि और गौसेवा से जुड़े कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। मुख्यमंत्री गोपाष्टमी के इस शुभ अवसर पर केसर अर्पण कर गौमाता की आराधना करेंगे और प्रदेशवासियों की समृद्धि और आरोग्यता की प्रार्थना करेंगे। गोपाष्टमी पर्व का धार्मिक महत्व भी अत्यंत खास है। यह पर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने गौपालन कार्य की शुरुआत की थी।

इसलिए गोपाष्टमी के दिन गौमाता और श्रीकृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन पूजा करने से व्यक्ति को अक्षय पुण्य, आरोग्यता और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस बार गोपाष्टमी पर दो शुभ योग — रवि योग और शिववास योग — का संयोग बन रहा है। रवि योग 30 अक्टूबर की सुबह साढ़े 6 बजे से शुरू होकर 31 अक्टूबर की सुबह 6 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस शुभ योग में भगवान श्रीकृष्ण और गौमाता की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन में सुख-शांति आती है।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal