जयपुर। पर्यटन सीजन और त्योहारों की रौनक ने गुलाबी नगरी की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए हैं। शहर के बाजारों और स्मारकों में पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। खासकर आमेर महल, हवामहल और जंतर-मंतर स्मारक जैसे धरोहर स्थलों पर सैलानी बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। आमेर महल और अल्बर्ट हॉल संग्रहालय को पर्यटक दिन के साथ-साथ रात्रि 8 बजे तक भी देख सकते हैं। अब पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग इसी तर्ज पर हवामहल और सिसोदिया रानी का बाग को भी रात्रि 8 बजे तक पर्यटकों के लिए खोलने की तैयारी कर रहा है।
विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में निदेशालय की ओर से संबंधित स्मारकों के अधिकारियों से सुझाव मांगे गए हैं। साथ ही रात्रिकालीन संचालन के लिए आवश्यक सुविधाओं की जानकारी भी मांगी है। पर्यटन विशेषज्ञों का मतपर्यटन के जानकारों का कहना है कि यदि हवामहल को रात में खोला जाता है, तो यह रात्रि पर्यटन को नई दिशा देगा। पर्यटन सेक्टर से जुड़े संजय कौशिक ने कहा कि इससे न केवल पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
रात के समय स्मारकों की रोशनी और वास्तुकला का दृश्य सैलानियों को विशेष अनुभव प्रदान करेगा। रात्रिकालीन पर्यटन से जयपुर की पहचान ‘नाइट हेरिटेज सिटी’ के रूप में मजबूत हो सकती है। आंकड़ों पर नजर पुरातत्व विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार हवामहल में पिछले वर्ष 15 लाख 63 हजार 673 पर्यटक आए थे। जबकि सिसोदिया रानी का बाग में करीब 32 हजार से अधिक सैलानी पहुंचे थे। यदि इन्हें रात 8 बजे तक भी खोला गया तो इन संख्याओं में बढ़ोतरी की संभावना है।


