सुबह की ठंडी धुंध, रात की ओस और कम धूप यही तीन वजहें हैं जिनसे सर्दियों में आपके गुड़हल (Hibiscus plant) का चेहरा उतर जाता है। कई लोग सोचते हैं कि रोज पानी देने से पौधा हरा रहेगा, लेकिन असल में यही गलती उसे धीरे-धीरे कमजोर कर देती है। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका गुड़हल पूरे सर्दियों के मौसम में ताजगी और रंगत बनाए रखे, तो अब समय है कुछ जरूरी गुड़हल के पौधे की देखभाल टिप्स अपनाने का। गुड़हल के पौधे को धूप क्यों ज़रूरी है?
गुड़हल एक ऐसा पौधा है जिसे सूरज की रोशनी बेहद पसंद है। अगर इसे पर्याप्त धूप नहीं मिलेगी, तो फूल खिलना बंद हो जाएगा और पत्ते झड़ने लगेंगे। सर्दियों में जब दिन छोटे हो जाते हैं और धूप देर से निकलती है, तब इस पौधे को ऐसी जगह रखें जहां सूरज की किरणें सीधे पड़ें। अगर आपके घर में बालकनी या खुली छत है, तो सुबह के वक्त वहां पौधे को कुछ घंटों के लिए रख दें। यह उसकी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद रहेगा। अगर पौधे को लगातार 2-3 दिन धूप नहीं मिले, तो यह मुरझाने लग सकता है।
ठंडी हवा और ओस से कैसे बचाएं गुड़हल का पौधा? सर्दियों में रात की ओस मिट्टी को गीला कर देती है और ठंडी हवा जड़ों को नुकसान पहुंचाती है। इससे पौधे की ग्रोथ रुक जाती है और फूल खिलना बंद हो जाता है। इसलिए कोशिश करें कि रात में पौधे को अंदर या शेड के नीचे रखें। अगर जगह न हो तो पौधे को दीवार के किनारे रखें, जहां हवा कम लगे। आप चाहें तो पौधे के ऊपर पतले कपड़े या पॉलीथिन शीट से कवर भी कर सकते हैं, ताकि तापमान संतुलित बना रहे।
सर्दियों में पानी देने का सही तरीका सर्द मौसम में मिट्टी पहले से ही नम रहती है। ऐसे में रोज पानी देना पौधे की जड़ों को सड़ा सकता है। इसलिए ध्यान रखें जब तक मिट्टी सूख न जाए, तब तक पानी न दें। पता करने का आसान तरीका यह है कि अपनी उंगली मिट्टी में डालें अगर मिट्टी चिपक रही है तो पानी देने की जरूरत नहीं, और अगर सूखी है, तभी हल्का पानी दें। सर्दियों में सप्ताह में 2 से 3 बार पानी देना ही पर्याप्त होता है।
साथ ही ध्यान रखें कि गमले में ड्रेन होल जरूर हो, ताकि अतिरिक्त पानी बाहर निकल सके। मिट्टी और खाद का सही मिश्रण भी है जरूरी गुड़हल के पौधे के लिए मिट्टी न बहुत भारी होनी चाहिए, न बहुत हल्की। मिट्टी में गमले की मिट्टी, गोबर की खाद और बालू का बराबर मिश्रण पौधे को लंबे समय तक स्वस्थ रखता है। सर्दियों में महीने में एक बार ऑर्गेनिक कंपोस्ट या वर्मी कंपोस्ट डालना पौधे के लिए सबसे बेहतर होता है। इससे मिट्टी में गर्माहट बनी रहती है और पौधे को जरूरी पोषक तत्व मिलते रहते हैं।
पत्तियों की सफाई और कीड़ों से बचाव सर्दियों में गुड़हल की पत्तियों पर धूल या सफेद मक्खी जैसे कीड़े लग सकते हैं। ऐसे में सप्ताह में एक बार गीले कपड़े से पत्ते साफ करें या नीम के तेल का स्प्रे करें। इससे पत्तियां सांस ले पाती हैं और पौधे की ग्रोथ बनी रहती है। सुबह के समय स्प्रे करें ताकि शाम तक पौधा सूख जाए। रात में गीली पत्तियां रहने से सर्दी लग सकती है। गुड़हल के पौधे में फूल क्यों नहीं आते? कई बार लोग शिकायत करते हैं कि पौधा तो हरा है, पर फूल नहीं खिलते।
इसका मुख्य कारण होता है धूप की कमी, ज्यादा पानी, या गलत खाद। अगर पौधा बहुत ज्यादा छांव में है, तो फूल आने की संभावना कम हो जाती है। ऐसे में उसे धूप वाले हिस्से में रखें और महीने में एक बार फॉस्फोरस युक्त खाद जैसे बोन मील या एनपीके डालें। गुड़हल के पौधे को सर्दियों में स्वस्थ रखने के 5 आसान घरेलू उपाय सुबह की हल्की धूप में पौधे को जरूर रखें। रात में पौधे को कमरे के अंदर या दीवार के पास रखें। मिट्टी सूखने पर ही पानी दें। महीने में एक बार वर्मी कंपोस्ट डालें।
नीम के तेल से कीट नियंत्रण करें।


