जयपुर। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और वाहनों की बेहतर निगरानी के लिए जयपुर-दिल्ली हाईवे-48 पर हाईटेक इंतजाम किए जा रहे हैं। परिवहन विभाग 165 किलोमीटर के दायरे में 12 स्थानों पर इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएम) के तहत कैमरे लगाने की योजना बना रहा है। इन कैमरों से न केवल वाहनों की गति की जांच होगी, बल्कि उनकी रंग और नंबर प्लेट भी रिकॉर्ड की जाएगी। यदि कोई वाहन निर्धारित गति सीमा से अधिक तेज चलता है या लेन का उल्लंघन करता है, तो कंट्रोल रूम में तुरंत अलर्ट भेजा जाएगा, जिसके आधार पर चालान जारी किए जाएंगे।
अक्टूबर से इस काम की शुरुआत होगी। अधिकारियों ने आईटीएमएस के माध्यम से निगरानी के लिए पूरे हाईवे का सर्वेक्षण किया और विस्तृत रिपोर्ट परिवहन विभाग को भेजी है। इसके बाद विभाग ने कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पहले चरण में शाहजहांपुर से दौलतपुरा तक हाईवे के 12 थाना क्षेत्रों में 12 स्थानों पर कैमरे लगाए जाएंगे। हर प्वॉइंट पर हाईवे की हर लेन को कवर किया जाएगा ताकि कोई वाहन कैमरों से बच न सके।
इन कैमरों की रिकॉर्डिंग के लिए एक अलग कंट्रोल रूम भी तैयार किया जाएगा, जिसके लिए परिवहन विभाग उपयुक्त स्थान की तलाश कर रहा है। इसके अलावा, चार हाईटेक कैमरे मोबाइल वैन या बाइक पर भी लगाए जाएंगे, जिनकी लोकेशन समय-समय पर बदली जाएगी ताकि लापरवाह वाहन चालकों पर लगातार सख्ती बनी रहे। परिवहन विभाग और पुलिस अधिकारियों का मानना है कि आईटीएम कैमरे लगने से हाईवे पर तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग में कमी आएगी, जिससे सड़क हादसों पर अंकुश लगेगा और यात्रियों की सुरक्षा और अधिक मजबूत होगी।-राहुल प्रकाश, आईजी जयपुर रेंज