असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कांग्रेस नेता गौरव गोगोई पर एक बार फिर तीखा हमला बोला है। सरमा ने गोगोई को ‘पाकिस्तानी एजेंट’ करार देते हुए उन पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया। यह बयान असम विधानसभा में चल रहे राजनीतिक विवाद के बीच आया है, जहां दोनों नेता एक-दूसरे पर लगातार निशाना साध रहे हैं। सरमा ने दावा किया कि गोगोई पाकिस्तान से जुड़े कुछ संगठनों के संपर्क में हैं और असम की शांति को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता की गतिविधियां संदिग्ध हैं और इनकी जांच होनी चाहिए। सरमा ने यह भी आरोप लगाया कि गोगोई असम के हितों के खिलाफ काम कर रहे हैं और विदेशी ताकतों का समर्थन ले रहे हैं। सरमा की राजनीतिक हताशा बताया दूसरी ओर, गौरव गोगोई ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए इसे सरमा की राजनीतिक हताशा बताया। गोगोई ने कहा कि मुख्यमंत्री व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं क्योंकि वे असल मुद्दों पर जवाब नहीं दे पा रहे।
कांग्रेस ने भी सरमा के बयान की कड़ी निंदा की है और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया है। जुबानी जंग लंबे समय से चल रही यह विवाद असम की राजनीति में नई तल्खी ला रहा है। दोनों नेताओं के बीच यह जुबानी जंग लंबे समय से चल रही है, लेकिन ‘पाकिस्तानी एजेंट’ जैसे गंभीर आरोपों ने इसे और गहरा दिया है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और राजनीतिक बयानबाजी होने की संभावना है।


