सर्दियों की ठंडी सुबहों में चाय के साथ गुड़ का एक टुकड़ा स्वाद को बढ़ा देता है। भारत में गुड़ केवल मिठास नहीं है, बल्कि यह एक परंपरा है, खासकर सर्दियों में। यह शरीर को गर्म रखता है, पाचन में सुधार करता है और खून को साफ करता है। लेकिन आजकल बाजार में गुड़ में मिलावट बढ़ गई है। फरीदाबाद, दिल्ली, भोपाल और छोटे कस्बों में नकली गुड़ धड़ल्ले से बिक रहा है। यह दिखने में असली जैसा लगता है, लेकिन इसमें चीनी, रंग और केमिकल मिलाए जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
इसलिए यह जरूरी है कि आप असली और नकली गुड़ की पहचान करना सीखें। सर्दियों में गुड़ की मांग बढ़ जाती है, जिससे घरों में तिल-गुड़ के लड्डू, गुड़ की चाय और मूंगफली गुड़ पट्टी का मौसम आ जाता है। जैसे ही बाजार में मांग बढ़ती है, व्यापारी इसका फायदा उठाने लगते हैं। मिलावटखोर नकली गुड़ तैयार करते हैं, जो देखने में असली लगता है लेकिन स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। खाद्य विभाग की रिपोर्ट्स के अनुसार, नकली गुड़ में सल्फर डाइऑक्साइड जैसे रसायन मिलाए जाते हैं ताकि वह ज्यादा चमकदार दिखे।
इसके सेवन से पेट दर्द, सिरदर्द और एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। असली और नकली गुड़ में फर्क कैसे पहचानें? 1. रंग से पहचानें: असली गुड़ का रंग हल्का या गहरा भूरा होता है, जबकि नकली गुड़ बहुत चमकीला और एकसमान होता है। 2. पानी टेस्ट: गुड़ का टुकड़ा गुनगुने पानी में डालें। असली गुड़ धीरे-धीरे घुल जाएगा, जबकि नकली गुड़ जल्दी टूटकर सफेद परत छोड़ देता है। 3. आग के पास टेस्ट: एक चम्मच गुड़ को हल्की आग के पास ले जाएं। असली गुड़ बिना काले धुएं के पिघलेगा, जबकि नकली गुड़ से बदबूदार धुआं निकलेगा। 4.
स्पर्श से पहचानें: असली गुड़ हल्का चिपचिपा और खुरदुरा होता है, जबकि नकली गुड़ चिकना और सूखा होता है। नकली गुड़ की मिलावट बढ़ने का कारण यह है कि सर्दियों में इसकी मांग बढ़ जाती है। व्यापारी ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए जल्दी तैयार होने वाला नकली गुड़ बनाते हैं। असली गुड़ बनने में 8-10 घंटे लगते हैं, जबकि नकली गुड़ 2-3 घंटे में तैयार हो जाता है। असली गुड़ की कीमत 80 से 100 रुपये किलो है, जबकि नकली गुड़ 50-60 रुपये किलो में बिकता है।
असली गुड़ के स्वास्थ्य लाभ: असली गुड़ शरीर को अंदर से मजबूत बनाता है, खून को साफ करता है और डाइजेशन में सुधार करता है। यह सर्दियों में ऊर्जा और गर्मी प्रदान करता है। नकली गुड़ से होने वाले नुकसान: बिना जांच के गुड़ खरीदने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। नकली गुड़ में मौजूद केमिकल्स लिवर पर असर डाल सकते हैं। इसलिए हमेशा भरोसेमंद दुकानों से गुड़ खरीदें और ऊपर बताए गए टेस्ट करें। गुड़ खरीदते समय ध्यान रखें: ढेलेदार या खुरदुरे टेक्सचर वाला गुड़ लें, बहुत चिकना गुड़ न खरीदें। खुले में रखा गुड़ न लें।
सीजनल और देसी गुड़ खरीदें। ब्रांडेड पैकिंग होने पर एक्सपायरी डेट और इनग्रेडिएंट्स पढ़ें। खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के नियमों के बावजूद नकली गुड़ की बिक्री जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि छोटे स्तर पर बने गुड़ की नियमित जांच होनी चाहिए।

