नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप के 50% टैरिफ के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत है। तमाम ग्लोबल एजेंसियों ने इसका लोहा माना है और अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से भी गुड न्यूज आई है। आईएमएफ ने कहा है कि टैरिफ के बाद भी भारत दुनिया में सबसे तेज इकोनॉमी वाले देशों में शामिल रहेगा। वैश्विक निकाय ने भारत पर भरोसा जताते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 25-26 में देश की जीडीपी ग्रोथ की रफ्तार 6.6% रहेगी। खास बात ये है कि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी चीन भी भारत से कही पीछे रहेगी।
रिपोर्ट के मुताबिक, आईएमएफ ने अपनी हालिया वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में कहा है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ वित्त वर्ष 2025-26 में 6.6% रह सकती है। इस आंकड़े के साथ ये दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं में बना रहेगा। वहीं अपनी रिपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि पहली तिमाही की मजबूत आर्थिक गतिविधियों को देखते ये हाई अनुमान जाहिर किया गया है। 2026 के लिए इंडियन इकोनॉमी के ग्रोथ अनुमान में कटौती करते हुए इसे 6.2% किया है। आईएमएफ के मुताबिक, भारत चीन की तुलना में ज्यादा तेजी से आगे बढ़ेगा।
चीन की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 4.8% जाहिर किया गया है। इसके अलावा वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कहा है कि इस साल ग्लोबल ग्रोथ रेट 3.2% और 2026 में 3.1% रह सकता है, जो पहले जताए गए पूवार्नुमानों से कम है। उन्नत अर्थव्यवस्थाओं में स्पेन 2.9% जीडीपी ग्रोथ के साथ सबसे आगे रह सकता है। वहीं अमेरिका के लिए 1.9% के ग्रोथ रेट का अनुमान जाहिर किया गया है। वर्ल्ड बैंक ने भी जताया है भरोसा : आईएमएफ से पहले विश्व बैंक की ओर से भी भारत की तेज रफ्तार पर भरोसा जताया गया था।
बीते दिनों अपनी रिपोर्ट में उम्मीद जाहिर करते हुए भारतीय जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में इजाफा किया था। वर्ल्ड बैंक ने कहा था कि मजबूत घरेलू खपत और एग्रीकल्चर व ग्रामीण मजदूरी में बेहतर प्रदर्शन के चलते फाइनेंशियल ईयर 2026 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर के अनुमान को पहले के 6.3 फीसदी से बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया जा रहा है। डेलॉयट भी भारतीय इकोनॉमी पर पॉजिटिव : सिर्फ वर्ल्ड बैंक और आईएमएफ ही नहीं, डेलॉयट इंडिया ने भी भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी बनी रहने पर मुहर लगाई है।
अपनी हालिया रिपोर्ट में एजेंसी ने वित्त वर्ष2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.7-6.9% की दर से बढ़ने की उम्मीद जाहिर की है। ग्रोथ अनुमान को बढ़ाते हुए डेलॉयट ने कहा है कि ग्रोथ अनुमान में ये इजाफा भारत के अधिकांश देशों की तुलना में मजबूत होकर उभरने की एक नई भावना का भी संकेत देता है। बता दें कि भारत ने वित्त वर्ष 2025-26 में शानदार शुरूआत की है और अप्रैल-जून तिमाही में 7.8% जीडीपी ग्रोथ दर्ज की है, जो उम्मीदों से कहीं ज्यादा है।


