रॉयल कम्बोडियन सेना को भारत देता है अनुकूलित प्रशिक्षण मॉड्यूल

Sabal Singh Bhati
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नई दिल्ली, 3 फरवरी ()। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय सेना अपने प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठानों में विभिन्न समकालीन विषयों में जरूरत के हिसाब से कोर्स संचालित करेगी और कंबोडिया में एक प्रशिक्षण दल तैनात करेगी।

लेफ्टिनेंट जनरल हुन मानेट, रॉयल कंबोडियन सशस्त्र बल (आरसीएएफ) के उप कमांडर-इन-चीफ और रॉयल कंबोडियन सेना के कमांडर, एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत (2-4 फरवरी) के दौरे पर हैं। यह रॉयल कंबोडियन सेना के किसी कमांडर द्वारा भारत की पहली यात्रा है।

मानेट का साउथ ब्लॉक लॉन में रस्मी स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जिसके बाद उन्होंने भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे से मुलाकात की। बैठक के दौरान, जनरल पांडे ने रॉयल कंबोडियन सेना के लिए अनुकूलित प्रशिक्षण मॉड्यूल की पेशकश करके कंबोडिया को भारत के समर्थन की पुष्टि की, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल मानेट ने कंबोडिया में पहली सेना-से-सेना स्टाफ वार्ता के संचालन के कार्यक्रम की घोषणा की।

दोनों प्रमुखों ने स्टाफ वार्ता के संदर्भ की शर्तों पर हस्ताक्षर किए और अनुकूलित प्रशिक्षण फोल्डरों का आदान-प्रदान किया। इससे पहले, लेफ्टिनेंट जनरल मानेट ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर भारतीय सशस्त्र बलों के शहीद नायकों को श्रद्धांजलि देकर अपनी यात्रा की शुरूआत की।

उन्होंने रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने से भी मुलाकात की और उन्हें रक्षा उत्पादन विभाग (डीडीपी) और सेना डिजाइन ब्यूरो द्वारा भारतीय स्वदेशी रक्षा उपकरण निर्माण इको-सिस्टम पर जानकारी दी गई। बाद में उन्होंने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार विक्रम मिश्री से मुलाकात की।

शनिवार को लेफ्टिनेंट जनरल मानेट दिल्ली कैंट में राजपुताना राइफल्स रेजिमेंटल सेंटर का दौरा करने वाले हैं, जहां वह स्वदेशी रक्षा उपकरणों के प्रदर्शन के साथ अग्निवीरों के प्रशिक्षण का गवाह बनेंगे। दिल्ली से प्रस्थान करने से पहले उनका चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है।

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत और कंबोडिया ने सदियों पुराना सांस्कृतिक, धार्मिक और लोगों से लोगों का जुड़ाव साझा किया है। भारत की एक्ट ईस्ट नीति में कंबोडिया एक प्रमुख भागीदार बना हुआ है। दोनों देश रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में सौहार्दपूर्ण संबंध साझा करते हैं।

केसी/

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Sabal Singh Bhati is CEO and chief editor of Niharika Times