अमेरिका में एक भारतीय युवक ने पैरालाइज्ड महिला की मदद की

अमेरिका की सड़कों पर हो रही मूसलाधार बारिश के बीच एक भारतीय शख्स ने ऐसा काम किया, जिसने इंसानियत पर भरोसा फिर से जगा दिया। चारों ओर पानी बरस रहा था, लोग छाते और गाड़ियों में अपनी-अपनी सुरक्षा में व्यस्त थे, लेकिन इसी बीच नोआ नाम का भारतीय युवक अपनी कार रोकता है क्योंकि उसने सड़क किनारे एक बुजुर्ग, पैरालाइज्ड महिला को बारिश में संघर्ष करते देखा था। वह महिला भीगती हुई, किसी सहारे की तलाश में थी। उसका चेहरा थकान से भरा था, लेकिन उम्मीद अब भी बाकी थी।

नोआ धीरे से उसके पास पहुंचा, उसकी आंखों में झांककर पूछा, “बहुत तेज बारिश हो रही है, आप कहां जाना चाहती हैं?” महिला ने कांपती आवाज में जवाब दिया, “मैं अपनी बेटी के घर जाना चाहती हूं।” बस उसी पल नोआ ने बिना कोई सवाल किए उसकी मदद करने का फैसला कर लिया। उसने अपनी कार का दरवाजा खोला, उस महिला को संभालकर सीट पर बैठाया और उसे उसकी मंजिल तक छोड़ने निकल पड़ा। रास्ते भर कार में सन्नाटा था। नोआ ने इस पूरे नजारे का वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया।

जिसके कैप्शन में उसने लिखा, “मैंने इस पैरालाइज्ड महिला को बारिश में देखा, जो अपनी बेटी के घर पहुंचने की कोशिश कर रही थी। उसके पास अब कुछ नहीं बचा था, बस दिल में अपार प्रेम था। मैंने बस इतना किया कि उसे उसकी बेटी तक सुरक्षित पहुंचा दिया। कभी-कभी, किसी की जिंदगी बदलने के लिए एक छोटा-सा नेक काम ही काफी होता है।” वीडियो के अपलोड होते ही इंटरनेट पर लोगों का दिल पिघल गया। कुछ ही घंटों में लाखों व्यूज़ आ गए और कमेंट्स में लोगों ने नोआ की तारीफों के पुल बांध दिए।

किसी ने लिखा, “दुनिया में ऐसे लोग अब भी हैं, यही उम्मीद जिंदा रखता है,” तो किसी ने कहा, “नोआ ने जो किया, वह असली हीरोइज़्म है, बिना किसी दिखावे के।” कई यूजर्स ने महिला के हालात के बारे में भी सवाल पूछे। किसी ने जानना चाहा कि वह खुद सड़क पर कैसे पहुंची, तो नोआ ने बताया कि उसे एक दोस्त की मदद मिली थी और वह थोड़ी दूरी तक खुद चल सकती थी।

उन्होंने आगे लिखा, “हम में से बहुत से लोग किसी को देखकर तुरंत जज कर लेते हैं, लेकिन कभी-कभी उनके पीछे की कहानी इतनी गहरी होती है कि हमारा नजरिया बदल जाता है।” यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर ह्यूमैनिटी इन एक्शन के नाम से वायरल हो रहा है। इसमें कोई भव्य बैकग्राउंड म्यूजिक नहीं, कोई इमोशनल स्क्रिप्ट नहीं है, बस एक आदमी, एक जरूरतमंद और एक सच्चा पल है, जो अब वैश्विक स्तर पर सभी का दिल जीत रहा है।

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Vikram Singh Bhati is author of Niharika Times web portal
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