इंदौर: शेयर ट्रेडिंग के माध्यम से तीन महीने में पैसे दोगुना करने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह पर इंदौर क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी मोइनुद्दीन को बेंगलुरु से गिरफ्तार करने के बाद उसकी एक लग्जरी ऑडी कार भी जब्त कर ली है। जांच में पता चला है कि आरोपी ने धोखाधड़ी की रकम अपने परिवार के सदस्यों के खातों में भी ट्रांसफर की थी, जिन्हें अब सह-आरोपी बनाया गया है।
यह मामला करीब 15 दिन पहले दर्ज हुआ था, जब पांच शिकायतकर्ताओं ने क्राइम ब्रांच से संपर्क किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मोइनुद्दीन ने उनसे शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 6 करोड़ रुपये से अधिक की रकम ली और फिर गायब हो गया। मुंबई में ऑफिस खोलकर दिया झांसा एडिशनल डीसीपी (क्राइम ब्रांच) राजेश दंडोतिया के अनुसार, आरोपी मोइनुद्दीन ने निवेशकों को लुभाने के लिए मुंबई में एक आलीशान ऑफिस खोला था। जब उसे पर्याप्त निवेश मिल गया, तो उसने अचानक ऑफिस बंद कर दिया, अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया और पता बदलकर फरार हो गया।
इसके बाद पीड़ित निवेशकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तकनीकी जांच और खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपी को बेंगलुरु से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। परिवार के खातों में भेजे 80 लाख रुपये पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी ने ठगी की रकम से आलीशान जिंदगी जीने के लिए संपत्ति अर्जित की थी। इसी रकम से खरीदी गई ऑडी कार को पुलिस ने बेंगलुरु से जब्त किया है।
“आरोपी से पूछताछ में पता चला है कि उसने अपनी पत्नी, बहन और साले के बैंक खातों में भी पैसे ट्रांसफर किए हैं। इन तीनों के खातों में करीब 80 लाख रुपये भेजे जाने के सबूत मिले हैं, जिसके बाद उन्हें भी मामले में आरोपी बनाया गया है।” — राजेश दंडोतिया, एडिशनल डीसीपी, क्राइम ब्रांच इंदौर क्राइम ब्रांच अब आरोपी और उसके परिवार के सदस्यों के बैंक खातों को खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी से अर्जित की गई अन्य संपत्तियों की भी पहचान कर उन्हें जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मामले में आगे की जांच जारी है।

