नई दिल्ली। कोच्चि से लगभग 1500 किलोमीटर पश्चिम अरब सागर के मध्य में मछली पकड़ने वाली नाव अल-ओवैस में मंगलवार सुबह जनरेटर में ईंधन स्थानांतरण के दौरान विस्फोट के बाद आग लग गई। नाव पर सवार ईरानी मछुआरे की दोनों आंखों में गंभीर चोटें आईं और दाहिने कान पर गहरे घाव हो गए। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने गंभीर रूप से घायल नाविक को चिकित्सा देकर सुरक्षित बचाया है। अब उसे आगे की चिकित्सा व्यवस्था के लिए गोवा ले जाया जा रहा है।
आईसीजी के कमांडर अमित उनियाल ने बताया कि यह अभियान तब शुरू हुआ, जब मुंबई के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) को चाबहार से मछली पकड़ने वाली ईरानी नाव अल-ओवैस में चिकित्सा आपात स्थिति और इंजन की खराबी के बारे में सूचना मिली। नाव पर चालक दल के पांच सदस्य थे, जिनमें इसके मालिक ईरानी नागरिक अल्लाह बख्श भी शामिल थे। नाव के जनरेटर में ईंधन स्थानांतरण के दौरान विस्फोट के बाद उनकी दोनों आंखें गंभीर रूप चोटिल हो गईं और उनके दाहिने कान पर गहरे घाव हो गए।


